घटे भाव पर प्लांट्स की लिवाली निकलने से सोयाबीन के भाव में सुधार

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नई दिल्ली। उत्पादन में भारी गिरावट आने की संभावना एवं पीक त्यौहारी सीजन के जारी रहने के बावजूद पिछले कुछ समय से सोयाबीन बाजार में नरमी का माहौल बना हुआ था लेकिन 11-17 अक्टूबर वाले सप्ताह के दौरान नीचे मूल्य पर मिलों की खरीदारी होने से इसके दाम में 50-100 रुपए प्रति क्विंटल का सुधार दर्ज किया गया।

ज्ञात हो कि सरकार ने सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गत वर्ष 4892 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर इस वर्ष 5328 रुपए प्रति किंटल निर्धारित किया है जबकि इसका लूज थोक मंडी भाव एवं प्लांट डिलीवरी मूल्य उससे काफी नीचे चल रहा है। सरकारी खरीद के आभाव में किसानों को औने-पौने दाम पर अपना उत्पाद बेचने के लिए विवश होना पड़ रहा है।

प्लांट भाव: 17 अक्टूबर को सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी मूल्य मध्य प्रदेश में 4300/4500 रुपए प्रति क्विंटल, महाराष्ट्र में 4400/4550 रुपए प्रति क्विंटल एवं राजस्थान में 4450 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा था जबकि लूज मंडी भाव इससे काफी नीचे था।

सोया तेल (रिफाइंड): सोया रिफाइंड तेल में कुछ त्यौहारी मांग रहने से कीमतों में 10-15 रुपए प्रति 10 किलो तक का सुधार आयात / मध्य प्रदेश के पीथमपुर में यह 15 रुपए बढ़कर 1265 रुपए प्रति 10 किलो पर पहुंचा महाराष्ट्र में आतमौर पर कुछ नरमी देखी गई। कोटा, मुम्बई, कांडला एवं हल्दिया में भी सोयाबीन तेल का भाव या तो पिछले स्तर पर स्थिर रहा या इसमें कुछ नरमी दर्ज की गई। विदेशों से आयातित सोया तेल के दाम में कुछ सुधार आया। सोया डिगम में 285.50 रुपए प्रति टन की वृद्धि हुई।

आवक: प्रमुख मंडियों में सोयाबीन की आवक तेजी से बढ़ने लगी है वहां 13 अक्टूबर को 5.25 लाख बोरी तथा 15 अक्टूबर को 5.50 लाख बोरी सोयाबीन की आवक हुई। प्रत्येक बोरी 100 किलो की होती है।

सोया डीओसी: सोया डीओसी का कारोबार मध्य प्रदेश में सामान्य होने से भाव स्थिर रहा मगर महाराष्ट्र में मांग कमजोर रहने से कीमतों में 500-1000 रुपए प्रति टन की नरमी देखी गई।