कोटा। गोयल ग्रामीण विकास संस्थान जाखोडा कोटा को श्री गुरूजी पुरस्कार से पुणे में सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनकल्याण समिति महाराष्ट्र प्रांत विगत की ओर से प्रति वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक मा.स. गोळवलकर उपाख्य श्रीगुरूजी पुरस्कार समाज जीवन के विविध क्षेत्रों में समर्पित भाव से कार्य करने वाले महानुभाव एवं संस्थाओं को वर्ष 1996 से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाता रहा है।
अब तक इन्होंने विवेकानन्द केन्द्र, श्रेष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रघुनाथजी माशेलकर, ख्यातनाम लेखक एस. एल. भैरप्पा, जल पुरूष राजेन्द्र सिंह, ग्रांड मास्टर विश्वनाथन आनन्द, सुश्री. मेरी कोम, गीता प्रेस गोरखपुर, डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन जैसे महानुभाव/संस्थाओं को इस पुरस्कार से सम्मानित किया।
इस वर्ष चयन समिति ने कृषि क्षेत्र का वर्ष 2025 का जैविक कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण क्षेत्र में दिए हुए योगदान को ध्यान में रखते हुए गोयल ग्रामीण विकास संस्थान कोटा द्वारा स्थापित श्रीरामशान्ताय जैविक कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र जाखोड़ा कोटा को प्रदान करने का निर्णय लिया है।
कार्यक्रम के बारे में पुणे की इस संस्था के कार्यवाह प्रमोद गोन्हे ने बताया कि पुरस्कार समारोह पुणे महानगर, महाराष्ट्र में संपन्न हुआ। जिसमें संकेश्वर पीठ के स्वामी शंकराचार्य एवं सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल की विशेष उपस्थिति में संस्थान के निदेशक ताराचंद गोयल एवं मुख्य वैज्ञानिक पवन टाक को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर गोयल ग्रामीण विकास संस्थान कोटा के निदेशक ताराचन्द गोयल ने कहा कि यह सम्मान यहाँ के वैज्ञानिकों एवं किसानों की मेहनत का सम्मान है। इससे गौ आधारित कृषि को राष्ट्र स्तर पर प्रमाणिकता एवं प्रोत्साहन मिलेगा।

