एसएनसी सोसायटी की प्रदर्शनी में दूसरे दिन भी उमड़े मुद्राप्रेमी
कोटा। एसएनसी सोसायटी की ओर से माहेश्वरी भवन झालावाड़ रोड़ पर चल रही प्रदर्शनी में दूसरे दिन भी मुद्रा प्रेमियों, इतिहासकारों, शोध छात्रों और इतिहासकारों का जमावड़ा लगा रहा। वहीं दिनभर लोग अपने साथ पुरानी मुद्राएं लेकर विभिन्न स्टॉल्स पर दाम पूछते रहे। जहां बड़ी संख्या में दुर्लभ सिक्कों, नोट और अन्य प्राचीन सामग्री का क्रय विक्रय चलता रहा।
सोसायटी के फाउंडर सौरभ लोढ़ा तथा को- फाउंडर शुभम लोढ़ा ने बताया कि दूसरे दिन प्रदर्शनी की शुरुआत इन्टेक के कनवीनर और सोसायटी के संरक्षक निखिलेश सेठी और मुद्रा विशेषज्ञ राज ज्ञानी ने किया। इस दौरान एमआर भंडारी और प्रवीण भंडारी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया। इस अवसर पर धीरेंद्र पांड्या, नरेन्द्र कटियाल भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निखिलेश सेठी ने कहा कि सिक्के देश की आर्थिक व सांस्कृतिक समृद्धि के प्रतीक हैं। वर्तमान में प्रचलित नोट पर भी लालकिला, सांची का स्तूप, रानी की वाब, हम्पी, एलोरा गुफाएं, कोणार्क चक्र आदि का अंकन किया गया है। हमें अपनी धरोहरों का संरक्षण व संवर्धन करना चाहिए। यह सिक्के केवल आर्थिक रूप से नहीं बल्कि ऐतिहासिक रूप से भी मूल्यवान होते हैं।
सिक्के सिर्फ लेनदेन का साधन नहीं हैं, बल्कि यह समय के प्रवाह के गवाह हैं। राज ज्ञानी ने कहा कि मुद्रा का अपना महत्व है। कईं लोग संग्रह के क्षेत्र में आ गए हैं, लेकिन इसकी आड़ में फ्रॉड करने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। उनकी पहचान करने की जरूरत है।
यह क्षेत्र ईमानदारी का है। ईमानदारी से ही फलीभूत हो सकता है। यह शौक संग्रहकर्ता के साथ समाप्त नहीं होता, बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहता है। उन्होंने कहा कि जो सिक्का आज कॉमन है, उसे भी इकट्ठा करें। वही कल दुर्लभ हो सकता है। हर सिक्का बिकने के लिए भी नहीं होता है।
चलन के बाहर हुए सिक्के मूल्यवान
कहते हैं कि खोटा सिक्का नहीं चलता, लेकिन एसएनसी की प्रदर्शनी में खोटे सिक्के भी धड़ल्ले से चल रहे हैं। जो नोट और सिक्के चलन से बाहर हो गए, वे भी यहां मूल्यवान हो गए हैं। यहां ₹100 के 00000 नंबर वाले स्पेसीमेन सैंपल नोट की कीमत एक लाख रुपए तक है। जबकि 1 रुपए का सैंपल नोट भी हजारों में बिक रहा है। हैदराबाद में ढला हुआ 1 रुपए का सिक्का 50 से 75 हजार तक की कीमत पर बिक रहा है। अमृत महोत्सव के समय 2021 में जारी किया गया 5 रुपए का सिक्का भी 50 हजार रुपए की कीमत पर बेचा जा रहा है। यहां पर बंगाल से आए हुए संग्रहकर्ता के पास चांदी के सिक्के हैं। जिनकी कीमत ढाई से तीन- चार लाख रुपए तक है। इनमें अवध स्टेट और विजयनगर साम्राज्य के साथ ही बंगाल राज्य के सोने के सिक्के भी मौजूद हैं। जिन्हें देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ रहा है।

