\नई दिल्ली। क्रशर्स- प्रोसेसर्स एवं व्यापारियों की अच्छी मांग से 30 अगस्त- 5 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान सरसों के घरेलू बाजार भाव में 100 से 300 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई।
42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का भाव दिल्ली एवं जयपुर में 100-100 रुपए की वृद्धि के साथ क्रमशः 7150 रुपए एवं 7325 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। गुजरात की मंडियों में सामान्य औसत क्वालिटी वाली सरसों का भाव 200 रुपए तक बढ़ा जबकि हरियाणा के हिसार में 300 रुपए उछलकर 6800/6900 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।
मध्य प्रदेश की मुरैना एवं ग्वालियर मंडी में 150-150 रुपए तथा पोरसा मंडी में 250 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी देखी गई। इसी तरह उत्तर प्रदेश में सरसों का दाम हापुड़ में 100 रुपए एवं आगरा में 200 रुपए बढ़ गया।
सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य- राजस्थान में सिर्फ बूंदी को छोड़कर अन्य सभी प्रमुख मंडियों में सरसों के दाम में अच्छी तेजी दर्ज की गई। बूंदी में सरसों का भाव 400 रुपए लुढ़ककर 6300/6700 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। दूसरी ओर इसका दाम गंगानगर में 363 रुपए तथा भरतपुर में 100 रुपए तेज रहा। अलवर में भी 200 रुपए की तेजी रही।
सरसों तेल
सरसों की तेजी का असर इसके तेल पर भी पड़ा। एक्सपेलर और कच्ची घानी- दोनों श्रेणी के सरसों तेल की कीमतों में 30 से 60 रुपए प्रति 10 किलो की तेजी दर्ज की गई। दिल्ली में एक्सपेलर का 45 रुपए की वृद्धि के साथ 1535 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया। इसी तरह भरतपुर में दोनों श्रेणियों के सरसों तेल की कीमतों में 70-70 रुपए की बढ़ोत्तरी देखी गई। हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल में भी सरसों तेल का भाव तेज हो गया। घरेलू प्रभाग में इसकी अच्छी मांग बनी हुई है।
प्रमुख उत्पादक राज्यों में सरसों की आपूर्ति की गति धीमी पड़ गई है और सरकारी एजेंसियों द्वारा भी इसकी सीमित मात्रा की बिक्री की जा रही है। मिलर्स की मांग मजबूत बनी हुई है। आगे पीक त्यौहारी सीजन आने वाला है। यदि मंडियों में आवक की गति तेज नहीं हुई तो सरसों तथा इसके तेल की कीमतों में और भी इजाफा हो सकता है।
सरसों खल (डीओसी)
सरसों खल के दाम में भी समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 100-150 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी हुई। चीन के आयातक इसकी खरीद में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। दिल्ली में सरसों खल की कीमत 2560 से 2850 रुपए प्रति क्विंटल के बीच दर्ज की गई।

