कोटा व्यापार महासंघ की 170 संस्थाओं ने झण्डारोहण के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस

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व्यापारियों ने तिरंगा यात्रा निकालकर भारतीय सामान हमारा स्वाभिमान का संकल्प लिया

कोटा। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कोटा व्यापार महासंघ की 170 संस्थाओं ने पूरे शहर में अपने-अपने बाजारों, प्रतिष्ठानों और घरो पर तिरंगा झंडा फहराया ।

कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि कोटा शहर के सभी क्षेत्रों में महासंघ की सदस्य संस्थाओं द्वारा झंडारोहण एवं तिरंगा वाहन रेली का भी आयोजन किया गया।

बालिता रोड व्यापार समिति, देवली अरब बोरखेडा रोड व्यापार समिति सहित कई संस्थानों में मुख्य अतिथि के रूप में कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने भाग लेकर झंडारोहण कर स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। वहीं तिरंगा वाहन रेली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

बालिता रोड व्यापार समिति के अध्यक्ष उत्तम शर्मा ने बताया कि आज सैकड़ों की तादाद में व्यापारियों ने तिरंगा रैली में भाग लिया और बच्चों ने सामूहिक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

आयोजन स्थल पर कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष जैन एवं महासचिव माहेश्वरी ने सभी व्यापारियों को भारत की अखंडता एवं अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए स्वदेशी सामानों का ही उपयोग करने का संकल्प दिलाया। भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए भारतीय सामान हमारा स्वाभिमान का संकल्प लेंगे।

इसी तरह देवली अरब रोड बोरखेडा व्यापार विकास समिति के अध्यक्ष दीपक नामदेव ने बताया कि 15 अगस्त के झंडारोडण समारोह के मुख्य अतिथि कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी थे। समारोह में सैकड़ो व्यापारियों ने भाग लिया। क्षेत्र में व्यापार जगत के लिए अतुलनीय कार्य करने वालों को भी सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर एक विशाल तिरंगा रैली का आयोजन किया गया, जिसे महासचिव माहेश्वरी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। तिरंगा रैली देवली अरब रोड से नयापुरा स्थित शहीद स्मारक तक गई।

कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष जैन और महासचिव माहेश्वरी ने इस अवसर पर कहा कि अमेरिका द्वारा भारत पर जो 50% ट्रैफिक लगाया गया है, यह भारतीय अर्थव्यवस्था पर कुठाराघात है. हम सबको मिलकर इसका मुंहतोड़ जवाब देना होगा। इसके लिए उपभोक्ताओं में भी जनजागृति पैदा करनी होगी।

उन्होंने सभी व्यापारियों को संकल्प दिलाया कि वे ना तो विदेशी सामान मंगाएंगे, न ही बचेंगे। ग्राहकों को भी भारत में निर्मित सामानों को ही उपयोग में लेने के लिए प्रेरित करेंगे। जिससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और विदेशी साजिश जो भारत के खिलाफ चल रही थी उसको नाकाम किया जा सकेगा।