कोटा। हाड़ौती की धरती पर वन्यजीव संरक्षण और वैज्ञानिक अनुसंधान को नई दिशा देने के उद्देश्य से, 22 से 24 नवंबर तक कोटा के स्नेक पार्क में तीन दिवसीय ‘नेशनल वर्कशॉप ऑन स्नेक इकोलॉजी एंड कंजर्वेशन’ का भव्य आयोजन किया जा रहा है।
इस राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन वन विभाग (वन्यजीव डिवीजन कोटा), प्रो. विनोद महोबिया सर्प एवं संरक्षण संस्था, शेर संस्था तथा पगमार्क फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों से प्रतिभागी आएंगे।
7 राज्यों के विशेषज्ञों और शोधार्थियों का महाकुंभ
इस कार्यशाला में देश के 7 राज्यों से विषय विशेषज्ञ, शोधार्थी, वेटरनरी डॉक्टर्स और प्रमाणित सर्प रेस्क्यूअर हिस्सा ले रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य सर्प संरक्षण के क्षेत्र में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना और मानव-सर्प संघर्ष को कम करना है।
शेर संस्था के अध्यक्ष डॉ. कृष्णेन्द्र सिंह नामा ने बताया कि तीन दिनों तक चलने वाली इस वर्कशॉप का फोकस केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहेगा। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य प्रतिभागियों को सर्पों के प्राकृतिक व्यवहार, सुरक्षित रेस्क्यू तकनीक और आपातकालीन चिकित्सा से रूबरू कराना है। इंटरैक्टिव सत्र और फील्ड डेमोंस्ट्रेशन के जरिए रेस्क्यूअर्स को आधुनिक उपकरणों और वैज्ञानिक विधियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे सुरक्षित तरीके से अपना काम कर सकें।”
प्रो. विनोद महोबिया सर्प एवं संरक्षण संस्था के अध्यक्ष विनीत महोबिया ने इस पहल को समाज के लिए जरूरी बताते हुए कहा, “समाज में सांपों को लेकर आज भी कई भ्रांतियां और डर व्याप्त हैं। यह कार्यशाला न केवल वैज्ञानिक ज्ञान को बढ़ाएगी, बल्कि सर्पों के प्रति एक सकारात्मक और संवेदनशील दृष्टिकोण विकसित करने में मील का पत्थर साबित होगी। हमें डर की जगह जानकारी और जागरूकता को बढ़ावा देना होगा।”
पगमार्क फाउंडेशन के अध्यक्ष देवव्रत हाड़ा ने संरक्षण की रणनीतियों पर जोर देते हुए कहा, “सर्प हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का एक अभिन्न अंग हैं। अनियंत्रित शहरीकरण के कारण उनके आवास सिकुड़ रहे हैं। इस वर्कशॉप के माध्यम से हम देश भर के प्रतिभागियों को ‘आवास संरक्षण’ और ‘को-एग्जिस्टेंस’ (सह-अस्तित्व) के व्यावहारिक पहलू समझाएंगे, ताकि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर पर्यावरण प्रहरी की भूमिका निभा सकें।”
कार्यशाला के मुख्य आकर्षण
- विषैले एवं अविषैले सर्पों की सटीक पहचान
- एंटी-वेनम का उपयोग और सर्पदंश का प्राथमिक उपचार
- सुरक्षित रेस्क्यू ऑपरेशन का लाइव डेमोंस्ट्रेशन
- सर्पों का डेटा कलेक्शन और अनुसंधान के तरीके
यह कार्यशाला सर्प संरक्षण, अनुसंधान और जागरूकता के क्षेत्र में एक नई इबारत लिखेगी, जिससे न केवल वन्यजीवों का भला होगा, बल्कि आम जनमानस की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी।

