राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय पहलवान दिखाएंगे दम, पहले दिन होंगे हाड़ौती स्तर के मुकाबले
कोटा। 132वें राष्ट्रीय मेला दशहरा में इस बार राजस्थान के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहलवान जोर आजमाइश करते नजर आएंगे। मेले के तहत चम्बल राजस्थान केसरी कुश्ती दंगल का आयोजन 13 से 15 अक्टूबर तक किया जाएगा।
राजस्थान राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजीव दत्ता ने बताया कि 13 अक्टूबर से तीन दिवसीय चंबल राजस्थान केसरी कुश्ती दंगल का आयोजन दशहरा मैदान स्थित श्रीराम रंगमंच पर होगा। आयोजन के दौरान 200 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महिला और पुरुष पहलवान दांव लगाते नजर आएंगे। हाडोती स्तरीय कुश्ती 13 अक्टूबर को खेली जाएंगी। जिनके वजन की प्रक्रिया सोमवार को सुबह 8 बजे श्रीराम रंगमंच पर होगी। जबकि राजस्थान स्तरीय कुश्ती 14 अक्टूबर से प्रारंभ होगी। राजस्थान स्तर की कुश्तियां के वजन 14 अक्टूबर को ही सुबह होंगे।
उन्होंने बताया कि पहले दिन की कुश्तियां में राजस्थान कुश्ती संघ के संरक्षक आईके दत्ता, श्री बड़े सत्यनारायण मंदिर कैथूनी पोल के महंत पं. गोविंद शर्मा, मेला अधिकारी अशोक त्यागी अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे।
मेला एवं अन्य उत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि चंबल राजस्थान केसरी कुश्ती दंगल विभिन्न कैटेगरी में खेला जाएगा। राजस्थान केसरी (70 किलो से अधिक भार वर्ग) फ्रीस्टाइल और ग्रीको स्टाइल में प्रथम पुरस्कार एक लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार 51000 रूपए और तृतीय तथा चतुर्थ पुरस्कार 21000 रुपए रखा गया है।
महिला वर्ग में हाड़ी रानी राजस्थान केसरी (60 किलो से अधिक भार वर्ग) कुश्ती दंगल में प्रथम पुरस्कार 75000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार 41000 रुपए तथा तृतीय व चतुर्थ पुरस्कार 15000 रुपए का रखा गया है।
वहीं राजस्थान कुमार केसरी दंगल केसरी (60-70 किलो वर्ग) में प्रथम पुरस्कार 51000 रूपए, द्वितीय पुरस्कार 31000 रुपए तथा तृतीय व चतुर्थ पुरस्कार 15000 रूपए रखा गया है। हाडी रानी चम्बल राजस्थान कुमारी महिला (50- 60 किलो भार वर्ग) में प्रथम पुरस्कार 31000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार 21000 रुपए तथा तृतीय और चतुर्थ पुरस्कार 11000 रुपए रखा गया है।
कोटा जिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष और आयोजन सचिव तेजेन्द्र सिंह बराड़ ने बताया कि हाडोती चंबल केसरी में प्रथम पुरस्कार 21000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार 11000 रुपए और तृतीय व चतुर्थ पुरस्कार 7000 रूपए का रखा गया है। हाड़ी रानी चम्बल हाड़ौती केसरी में प्रथम पुरस्कार 15000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार 11000 रुपए और तृतीय व चतुर्थ पुरस्कार 5000 रूपए का रखा गया है। हाड़ौती चंबल कुमार टाइटल में प्रथम पुरस्कार 11000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार 5000 रुपए और तृतीय व चतुर्थ पुरस्कार 3000 रुपए रखा गया है। हाड़ी रानी चंबल कुमारी में प्रथम पुरस्कार 11000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार 5000 रुपए और तृतीय व चतुर्थ पुरस्कार 3000 रुपए का रखा गया है। इसके अलावा चंबल अभिमन्यु, चंबल बसंत और चंबल बाल केसरी टाइटल के लिए भी मुकाबले होंगे।
राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय पहलवान करेंगे जोर आजमाइश
दंगल में भाग लेने के लिए प्रदेश के तकरीबन सभी जिलों से खिलाड़ी आ रहे हैं जिनमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके और मेडल जीत चुके महिला पुरुष पहलवान भी शामिल हैं। दंगल में भाग लेने के लिए वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त कोमल वर्मा, अश्विनी बिश्नोई, वर्ल्ड पुलिस मेडल विजेता छगन मीना, प्रियंका आदि आ रहे हैं। वही इंटरनेशनल स्तर के रेफरी संजीव कुमार, कल्याण बिश्नोई, रामरतन गुर्जर, मंगेश गुर्जर समेत विभिन्न स्पेशलिस्ट रेफरी कोटा आ रहे हैं।
पारदर्शिता पर होगा पूरा ध्यान
राजीव दत्ता ने बताया कि कुश्ती दंगल को पारदर्शी बनाने के लिए टीआरए सिस्टम मंगाया गया है। जिसके तहत एलईडी लगेगी और वीडियोग्राफी होगी। जिस पर टाइम चलता रहेगा। वहीं कुश्ती को इंटरनेशनल लेवल प्रदान करने के लिए मंच भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया गया है। पूरी कुश्ती को कंडक्ट करने के लिए ओलंपिक कैटेगरी के रेफरी सत्यदेव मलिक को विशेष तौर पर कोटा बुलाया गया है। जो लगातार विभिन्न कुश्ती रेफरी की ट्रेनिंग ले रहे हैं। उन्होंने रविवार को भी कुश्ती संघ के कार्यालय में विभिन्न रेफरी को ट्रेनिंग दी। उन्होंने बताया की कुश्ती को निर्बाध, निष्पक्ष कराने के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
राजस्थान की कुश्ती को मिलेगा बल
राजीव दत्ता ने बताया कि अभी तक होने वाले अखिल भारतीय कुश्ती दंगल में बड़े खिलाड़ी भाग लेते थे। जिससे राजस्थान स्तर के खिलाड़ियों को बहुत अधिक लाभ नहीं मिल पाता था। ऐसे में, राजस्थान के खिलाड़ियों को अधिक से अधिक लाभ मिले। इसके लिए प्रयास किए गए हैं। इस बार केवल राजस्थान के खिलाड़ियों को ही बुलाया गया है। इन खिलाड़ियों में ओलंपिक स्तर की प्रतिस्पर्धा विकसित हो, ऐसे प्रयास किए जाएंगे।

