कोटा की अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का कार्य तीव्रगति से हो

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ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का निर्माण सभी पैरामीटर के अनुरूप कराया जाए: गोविंद राम मित्तल

कोटा। कोटा मे बनने वाले नये ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को लेकर बुधवार को टैगोर हॉल में अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं मजिस्ट्रेट मुकेश चौधरी की अध्यक्षता में एक बैठक आहुत की गई। जिसमें कोटा मे ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए सुझाव मांगे गए।

कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव एवं होटल फेडरेशन आफ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी, महासचिव संदीप पाडिया बताया कि कोटा में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट को समय सीमा में ही पूरा किया जाए। साथ ही पूर्व में वर्तमान एयरपोर्ट पर डोमेस्टिक चार्टर्ड प्लेन चलाया जाए, जिससे आने वाले समय में कोटा में हवाई सेवा चालू होने का संदेश पूरे देश में जा सके।

माहेश्वरी ने कहा कि ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की स्थापना से पूर्व निर्धारित समय में पूरा होने का संदेश पूरे देश में प्रचारित किया जाए, ताकि सभी को यह संदेश प्राप्त हो कि आने वाले समय में कोटा शीघ्र हवाई सेवा से जुड़ने जा रहा है। हाड़ोती के पर्यटन एवं औद्योगिक क्षेत्र के निवेशक भी अपना मानस बनाकर अपने प्रोजेक्ट शुरू कर सकें।

क्योंकि नए प्रोजेक्ट शुरू करने में एक-दो वर्ष का समय तो लगता है जब हवाई सेवा कोटा में शुरू होगी तो यहां का पर्यटन एवं औद्योगिक क्षेत्र का विकास होगा। हवाई सेवा कों को पूरा ट्रैफिक मिल सकेगा। वर्तमान में कोटा की चरमराई अर्थव्यवस्था को देखते हुए कोटा को पर्यटन नगरी की दिशा में आगे बढ़ाने के लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। उन्हें विकसित करने के लिए कोटा में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट एवं हवाई सेवा का शुरू होना एक मील का पत्थर साबित होगा।

आज भी कोटावासी हवाई सेवा को लेकर भ्रमित रहते हैं कि कोटा में हवाई सेवा कब शुरू होगी। जबकि अब स्थितियां बिल्कुल स्पष्ट हो चुकी है कि कोटा में जल्द ही नए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की स्थापना होने जा रही है। अतः अभी से ही इसका प्रचार प्रसार किया जाए और इसका निर्माण शुरू किया जाए।

नए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट परीसर में हाड़ोती के पर्यटन स्थलों का चित्रण किया जाए। हवाई जहाज में दी जाने वाली बुकलेट में भी हाड़ोती के पर्यटन स्थलों के संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई जाए। होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के कोटा डिवीजन के महामंत्री संदीप पांडिया ने बताया कि नये एयरपोर्ट से सीधे बांरा बूंदी झालावाड़ सवाई माधोपुर चित्तौड़ जैसे शहरों को भी सीधा सड़कों के माध्यम से जोड़ा जाए। एयरपोर्ट परिसर में पर्यटक स्वागत केंद्र की स्थापना भी की जानी चाहिए। इसे आपात कालीन तैयारी को दृष्टिगत रखते हुए इसका निर्माण किया जाए।

माहेश्वरी ने कहा कि कोटा से ट्रैफिक कैसे मिले इसकी व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया जाए। क्योंकि कोटा में आईटी सेक्टर में कोटा के कई परिवारों के व्यक्ति बेंगलुरु, पुणे, गुड़गांव, हैदराबाद आदि शहरों में कार्य कर रहे हैं। अतः ऐसे शहरो को भी हवाई सेवा शुरू होने के बाद कोटा से सीधा जोड़ा जाना आवश्यक है।

बैठक में दि एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल ने कहा कि कोटा में औद्योगिक विकास में आ रहे ठहराव को लेकर को लेकर कोटा में हवाई सेवा शुरू होने से यहां के औद्योगिक विकास और रोजगार को एक नई गति मिलेगी। कोटा के इंफ्रास्ट्रक्चर को देखते हुए यहां नई औद्योगिक यूनिटों की स्थापना हो सकेगी। वर्तमान में हवाई सेवा के अभाव में कई निवेशक यहां पर निवेश करने से पीछे हट जाते हैं।

लेकिन हवाई सेवा के शुरू होने के बाद कोटा के पर्यटन औद्योगिक विकास में यह एक बहुत बड़ा कदम साबित होगा। कोटा कोचिंग सेक्टर में आए ठहराव को दूर करने के लिए आई टी सेक्टर एवं पर्यटन सेक्टर की यहां पर भरपूर संभावनाएं है। उन्होंने बताया कि इसे स्मार्ट ग्रीन फिल्ड एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को आधुनिक तकनीक, पर्यावरणीय स्थिरता, सुरक्षा और आपातकालीन तैयारियों को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट ग्रीन एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जाना चाहिए।

यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सिटी सेंटर और एयरपोर्ट के बाहर चेक-इन और बैगेज ड्रॉप काउंटर की स्थापना भी की जाए, इससे एयरपोर्ट पर भीड़ कम होगी और यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा। अलग से आपातकालीन रनवे गोलाकार रनवे का निर्माण किया जाए जिससे हवा की दिशा की परवाह किए बिना लचीले और सुरक्षित विमान को संचालन की अनुमति मिल सके। स्मार्ट पार्किंग सिस्टम मोबाइल ऐप के माध्यम से वास्तविक समय में पार्किंग स्थान की उपलब्धता- ईवी चार्जिंग स्टेशन सहित पर्यावरण के अनुकूल सुविधाएँ भी की जानी चाहिए।

बैठक में पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक संदीप श्रीवास्तव ने कहा कि नये ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट में एक पर्यटक स्वागत केंद्र की स्थापना भी की जानी चाहिए, जिससे यहां आने वाले सभी आगुन्तको को यहां के पर्यटक स्थलों की जानकारी उपलब्ध करवाई जा सके। पर्यटन शेड्यूल का 6 माह पूर्व पर्यटन विभाग को अवगत कराने पर हम यहां की एक आइटनरी का प्रचार प्रसार भी शुरू कर सकते हैं जिससे यहां के पर्यटक स्थलों का देश-विदेश में प्रचार प्रसार हो सके।

बूंदी व्यापार महासंघ के अध्यक्ष निरंजन जिंदल ने कहा कि नया ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बूंदी जिले की जमीन पर बन रहा है, जहां से बूंदी मात्र 20 किलोमीटर है। वर्तमान में बूंदी का व्यापार उद्योग और पर्यटन विकसित नहीं हो पा रहा है। हवाई सेवा की शुरुआत होने पर बूंदी के विकास को भी एक नई राह मिलेगी। हवाई सेवा शुरू होने से बूंदी में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी। ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट से बूंदी तक सीधी रोड कनेक्ट्री की जानी चाहिए। इस हवाई अड्डे का नाम कोटा बूंदी ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के नाम से किया जाना चाहिए।

बैठक दी एस एस आई एसोनियेशन के अध्यक्ष मनोज राठी, सचिव आशुतोष जैन, पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरूमित सिंह बेदी, लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष अंकुर गुप्ता ने भी अपने सुझाव दिए। बैठक में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारियों सहित कई विभागों के अधिकारी, कोचिंग व कई संस्थानो के प्रतिनिधि मौजूद थे।