कोटा। देशभर से कोटा आने वाले कोचिंग स्टूडेंट पढाई के साथ सेवा और जीवन का महत्व समझते हैं और निरंतर सेवा भी करते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया जब टौंक से कोटा नीट की तैयारी कर रही कोचिंग छात्रा ने एक अनजान के लिए ओ नेगेटिव एसडीपी डोनेट की है।
लायंस क्लब कोटा टेक्नो के निदेशक व टीम जीवनदाता के संरक्षक व संयोजक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि सोमवार रात को एक मरीज मुरली मनोहर को दो युनिट ओ नेगेटिव ब्लड चढाया गया, उसी समय ओ नेगेटिव एसडीपी की भी दरकार सामने आई।
वैश्य अन्नकूट की तैयारियों के दौरान पूरी टीम वैश्य समाज के जिला अध्यक्ष दिनेश विजय के नेतृत्व समाजबंधुओ से सम्पर्क कर रही थी।इसी दौरान जिला महामंत्री भुवनेश गुप्ता के पास एसडीपी के लिए कॉल आया तो वैश्य समिति सदस्यों ने किसी के जीवन को बचाने का प्रयास किया।
हाल ही में रक्तदान करने वाली लिस्ट में शुमार मोक्षिता चौधरी को कॉल किया। मोक्षिता ने इस कार्य को प्रमुखता व उत्साह से लिया। रात को वैश्य समाज उन्हें अपना ब्लड बैंक लेकर आए व मोक्षिता ने जीवन की पहली एसडीपी डोनेट की।
इतनी कम उम्र में एसडीपी डोनेशन करने वाली मोक्षिता को देखते ही उसके प्रति सम्मान और आदर, स्नेह के भाव जागृत हुए। इस दौरान मोक्षिता ने कहा कि कोटा में पढाई का माहौल देश में सबसे अच्छा है। यहां सेवा और संस्कार का भाव भी देखने को मिलता है।
एसडीपी डोनेशन करने के बाद उसे काफी खुशी हुई और उसने हमेशा सेवा से जुडने का विश्वास दिलाया। उन्होंने कहा कि सफलता मेहनत के साथ सेवा के प्रतिफल के रूप में भी मिलती है। एसडीपी डोनेशन के बाद परिजन महेश ने मोक्षिता का आभार व्यक्त किया गया।

