किसानों को बड़ी राहत: सरस डेयरी ने दुग्ध उत्पादकों से दूध की खरीद दर बढ़ाई

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₹30 प्रति किलो फैट की वृद्धि, 1800 क्विंटल निःशुल्क बीज वितरण की घोषणा

कोटा। कोटा-बूंदी जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड की बोर्ड बैठक पशुपालक किसानों के लिए खुशखबरी लेकर आई है। सोमवार को सरस सभागार में आयोजित इस बैठक में किसान हितैषी निर्णय लेते हुए दूध की खरीद दर में ₹30 प्रति किलो फैट की बढ़ोतरी की गई है।

साथ ही कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए 1800 क्विंटल निःशुल्क बीज वितरण की महत्वाकांक्षी योजना को भी मंजूरी दी गई। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़ ने की, जिसमें संघ के प्रबंध निदेशक दिलखुश मीणा, अतिरिक्त रजिस्ट्रार कोटा जोन बिलविंदर सिंह गिल, उपरजिस्ट्रार राजेश कुमार मीणा, आरसीडीएफ प्रतिनिधि सुधांशु गुर्जर, तथा अन्य संचालकगण उपस्थित रहे।

दूध खरीद दर में वृद्धि
संघ के अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने बताया कि हजारों पशुपालकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए संघ ने दुग्ध क्रय दर में वृद्धि का निर्णय लिया है। दूध की खरीद दर को ₹770 प्रति किलो फैट से बढ़ाकर ₹800 प्रति किलो फैट कर दिया गया है।

बूथ एजेंटों को अतिरिक्त लाभ
राठौड़ ने कहा कि निर्णय दूध वितरण नेटवर्क को मजबूत बनाने और एजेंटों की आर्थिक स्थिति सुधारने की दिशा में प्रयत्नशील रहता है इसी क्रम में सकारात्मक कदम लेते हुए बूथ एजेंटों के हितों को ध्यान में रखते हुए गोल्ड एवं टोन दूध पर एजेंट कमीशन में ₹0.50 की वृद्धि करके ₹2.50 प्रति लीटर कर दिया गया है।

नया उत्पाद ‘टी स्पेशल दूध’ लॉन्च
एमडी दिलखुश मीणा ने बताया कि उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए नया ‘टी स्पेशल दूध’ लॉन्च किया गया है। इसमें ₹20 में 300 मिलीलीटर दूध और 400 मिलीलीटर दही की पैकिंग उपलब्ध होगी। यह नया उत्पाद बाजार में उपभोक्ताओं को किफायती दर पर गुणवत्तापूर्ण डेयरी उत्पाद उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।

1800 क्विंटल निःशुल्क बीज वितरण की योजना
केंद्र सरकार की निःशुल्क बीज योजना के तहत संघ द्वारा किसानों को कुल 1800 क्विंटल बीज वितरित किए जाएंगे। इसमें ज्वार के 600 क्विंटल, मक्का के 700 क्विंटल और बाजरा के 500 क्विंटल बीज शामिल हैं। इस महत्वाकांक्षी योजना से कोटा के 2,000 किसान और बूंदी के 3,000 किसान प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे।

विकास की दिशा में नया कदम
संघ के अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने अपने संबोधन में कहा कि वर्षा ऋतु में चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पशु संख्या और भूमि के अनुपात में किसानों को निःशुल्क बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि संघ को नियमित दूध आपूर्ति करने वाले पशुपालकों को प्राथमिकता के आधार पर निःशुल्क जई, मक्का, ज्वार के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। राठौड़ ने आगे कहा कि तीसरी और चौथी कटाई के बाद संघ द्वारा फसल की पुनः खरीद भी की जाएगी, जो किसानों की आय दोगुनी करने में सहायक होगी। उन्होंने केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर जनता का भरोसा बना रहे तो विकास और समृद्धि की सौगात मिलती रहेगी।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
एमडी मीणा ने बताया कि बैठक में 9 नई समितियों के गठन को मंजूरी दी गई, जिसमें 3 महिला समितियों का गठन विशेष रूप से उल्लेखनीय है। यह निर्णय ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इन महिला समितियों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को डेयरी व्यवसाय से जोड़ने और उनकी आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में काम किया जाएगा।

प्रबंध निदेशक का विस्तृत बयान
प्रबंध निदेशक दिलखुश मीणा ने बताया कि बैठक में संघ की भौतिक एवं आर्थिक प्रगति, दुग्ध क्रय-विक्रय दरों में संशोधन, पंजीकृत दुग्ध सहकारी समितियों की सदस्यता, और सिविल कार्यों सहित कुल 13 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी निर्णय आम सहमति से लिए गए हैं और इनका क्रियान्वयन तत्काल प्रभाव से शुरू हो जाएगा।