किसानों को दीपावली से पहले तोहफ़ा, सरस डेयरी ने बढ़ाई दूध खरीद की दरें: राठौड़

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जीएसटी दरें घटने से कोटा सरस डेयरी के उत्पादों की कीमतों में कमी

कोटा। कोटा-बूंदी दुग्ध उत्पादक संघ ने उपभोक्ताओं और किसानों को दीपावली का विशेष उपहार देते हुए दूध खरीद दरों में वृद्धि तथा दुग्ध उत्पादों पर जीएसटी में कमी की घोषणा की है।

संघ के अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़ ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा जीएसटी दरों में की गई कमी का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुँचाने के लिए 22 सितम्बर से कोटा सरस डेयरी के उत्पादों पर मूल्य कटौती लागू कर दी गई है।

इसी क्रम में किसानों और पशुपालकों को राहत देते हुए दूध खरीद दरों में लगभग दो रुपये प्रति किलो की वृद्धि की गई है, जिसका लाभ 26 सितम्बर से मिलने लगेगा। संघ की बैठक में प्रबंध संचालक दिलखुश मीणा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में पशुपालकों के हित में ऐतिहासिक निर्णय लिया गया, जिसके तहत दूध खरीद दरें 820 रुपये प्रति किलो फैट से बढ़ाकर 850 रुपये प्रति किलो फैट कर दी गईं। इससे दुग्ध उत्पादकों को प्रति लीटर दूध पर लगभग दो रुपये अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगा।

अध्यक्ष राठौड़ ने कहा, पशुपालकों की आय का मुख्य स्रोत दूध है। दीपावली से पूर्व उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। किसानों को त्योहार से पहले प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।

संघ अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़ ने केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जीएसटी दरों में कमी करके सरकार ने उपभोक्ताओं को बड़ा तोहफ़ा दिया है। किसानों और पशुपालकों को भी इस निर्णय का अप्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। यह कदम प्रधानमंत्री के ‘दुग्ध क्रांति’ और किसानों की आय दोगुनी करने के संकल्प की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

दुग्ध उत्पादों पर नई जीएसटी दरें
प्रबंध संचालक मीणा ने बताया कि जीएसटी में कटौती से उपभोक्ताओं को प्रत्यक्ष राहत मिलेगी। अब एक लीटर घी 588 रुपये के स्थान पर 551 रुपये में उपलब्ध होगा, जिससे प्रति लीटर 37 रुपये की बचत होगी। इसी प्रकार, 15 किलो घी का टिन 9645 रुपये की बजाय 9045 रुपये में मिलेगा। वहीं 100 ग्राम बटर 60 रुपये के बजाय 56 रुपये, 500 ग्राम बटर 290 रुपये के बजाय 272 रुपये और एक किलो पनीर 400 रुपये के बजाय 383 रुपये में उपलब्ध होगा।

50 हजार लीटर प्रतिदिन दूध संग्रहण
मीणा ने बताया कि वर्तमान में संघ प्रतिदिन औसतन 50 हजार लीटर दूध का संग्रहण कर रहा है। कोटा-बूंदी क्षेत्र की 450 सक्रिय समितियों के हजारों पशुपालकों को इस निर्णय से सीधा लाभ होगा। उन्होंने कहा कि संघ समय-समय पर किसानों के हित में दरों में संशोधन करता रहा है और भविष्य में भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी।