नई दिल्ली। Rabi Crop MSP: केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी सौगात देते हुए रबी सीजन की प्रमुख 6 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी कर दी है। गेहूं, चना, जौ समेत 6 फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी की गई है। यह बढ़ोतरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) की सिफारिशों के तहत की गई है।
केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण द्वारा जारी बयान में कहा गया कि सरकार ने किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के लिए विपणन सत्र 2026-27 के लिए रबी फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है। एमएसपी में सबसे ज्यादा वृद्धि कुसुम के लिए 600 रुपये प्रति क्विंटल की गई है। अब इसका एमएसपी 6,540 रुपये हो गया है, पहले यह 4,360 रुपये प्रति क्विंटल था। इस तरह इसका एमएसपी 13.76 फीसदी बढ़ा है।
केंद्र सरकार ने रबी सीजन की सबसे बड़ी फसल गेहूं के एमएसपी में भी इजाफा किया है। इसका एमएसपी 2,425 रुपये से 160 रुपये बढ़ाकर 2,585 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इस तरह गेहूं के एमएसपी में 6.59 फीसदी इजाफा हुआ है।
रबी सीजन की प्रमुख दलहन फसल चना का रकबा 5,650 रुपये से 225 रुपये (3.98 फीसदी ) बढ़ाकर 5,875 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। मसूर का एमएसपी 300 रुपये बढ़ाकर 7000 रुपये, रेपसीड और सरसों का 250 रुपये बढ़ाकर 6,200 रुपये और जौ का 170 रुपये बढ़ाकर 2,150 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।
रबी फसलों का नया एमएसपी (सीजन 2026-27
| फसल | पुराना एमएसपी | नया एमएसपी | बढ़ोतरी | वृद्धि (प्रतिशत) |
| गेहूं | 2425 | 2585 | 160 | 6.6 |
| जौ | 1980 | 2150 | 170 | 8.6 |
| चना | 5650 | 5875 | 225 | 4.0 |
| मसूर | 6700 | 7000 | 300 | 4.5 |
| सरसों/रेपसीड | 5950 | 6200 | 250 | 4.2 |
| कुसुम | 5940 | 6540 | 600 | 10.1 |
सरकार किसानों को ₹84,263 करोड़ देगी
केंद्र सरकार ने विपणन सत्र 2026-27 के लिए सभी अनिवार्य रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। सरकार ने उत्पादकों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के लिए विपणन सत्र 2026-27 के लिए रबी फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है।
किसानों को मिलेगा लाभकारी मूल्य
विपणन सत्र 2026-27 के लिए अनिवार्य रबी फसलों के एमएसपी में यह वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 में अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर एमएसपी निर्धारित करने की घोषणा के अनुरूप है।
अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत पर अपेक्षित मार्जिन गेहूं के लिए 109 फीसदी, रेपसीड और सरसों के लिए 93 फीसदी, मसूर के लिए 89 फीसदी, चने के लिए 59 फीसदी, जौ के लिए 58 फीसदी और कुसुम के लिए 50 फीसदी है। रबी फसलों के एमएसपी में यह वृद्धि किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करेगी और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करेगी।
दलहन की खेती पर जोर
दलहन की खेती को बढ़ावा देने के लिए नए प्लान के साथ काम करने की घोषणा की गई। रकबा और उत्पादन बढ़ाने के लिए नई किस्मों के बीजों और किसानों को ट्रेनिंग देने के लिए नए सेंटर बनाने की तैयारी है। उड़द, तूर दालों की 100 फीसदी खरीद की जाएगी।

