ऊर्जा मंत्री नागर ने दिए सैंपल की जांच इंजीनियरिंग कॉलेज में कराने के निर्देश
कोटा/ दरा/ कनवास। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने बुधवार को दरा कनवास क्षैत्र का दौरा किया। इस दौरान रास्ते में किशोरसागर तालाब और लव कुश वाटिका का औचक निरीक्षण किया। जहां पर किशोर सागर तालाब की सेफ्टीवॉल से उखड़ती ईंटें और सीसी में से निकल रही गिट्टी को देखकर मंत्री नागर ने जल संसाधन विभाग के एसई आरके जैमिनी को फोन पर फटकार लगाई। मंत्री नागर ने कहा कि डबल्यूआरडी के सभी कामों की जांच करानी पड़ेगी।
यहां वन विभाग की ओर से 2 करोड़ रुपए की लागत से लव कुश वाटिका भी विकसित की जा रही है। लव कुश वाटिका में बने आश्रय स्थल के निर्माण की छत से नजर आ रहे सरियों को देखकर वन विभाग के रेंजर गुलाबचंद को बुलाकर नाराजगी प्रकट की। उन्होंने पूछा कि घटिया निर्माण का पेमेंट कैसे कर दिया। जिस पर रेंजर गुलाबचंद ने कहा कि 82 लाख का पार्ट पेमेंट हुआ है। जिस पर मंत्री नागर ने फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि यह कार्य 82 लाख का तो नहीं है। फिर पार्ट पेमेंट से क्या होता है? घटिया निर्माण बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि निर्माण सामग्री के सैंपल की इंजीनियरिंग कॉलेज और यूनिवर्सिटी से जांच कराएं।
लव कुश वाटिका पर्यटन के लिए विकसित की जाए
मंत्री नागर ने लव कुश वाटिका में तालाब से सीपेज का पानी भरा देख, उसे रोकने के निर्देश दिए। रेंजर गुलाबचंद को बुलाकर लव कुश वाटिका को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कहा। मंत्री नागर में पॉन्ड, माउंटेन, प्राकृतिक आश्रय स्थल, ग्रीनरी, प्लांटेशन, व्यू पॉइंट, गार्डेन, ड्रेन विकसित करने के निर्देश दिए। लव कुश वाटिका के द्वार को आकर्षक बनाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि वाटिका को इस तरह से विकसित किया जाए कि लोग तालाब के किनारे बैठकर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकें।

