कोटा। सामाजिक सरोकार के प्रेरणादायी समाचारों से समाज को प्रेरित करना व भारत केंद्रित शिक्षा प्रणाली के विमर्श को स्थापित करना विद्या भारती के प्रचार विभाग का मुख्य उद्देश्य है। सकारात्मक विचारों को स्थापित करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वर्तमान के इस दौर में प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया का प्रभाव व्यापक एवं दूरगामी में होता है।
यह उद्गार शुक्रवार को विद्या भारती शिक्षा संस्थान कोटा जिले द्वारा स्वामी विवेकानंद उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित एक दिवसीय प्रचार विभाग कार्यशाला में विद्या भारती चित्तौड़ प्रांत के प्रचार प्रमुख डॉक्टर विमल जैन ने बतौर मुख्य वक्ता प्रकट किया।
जिला प्रचार प्रमुख गणेश राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यशाला में कोडिंग ग्रुप निर्माण, सोशल मीडिया का सदुपयोग, समाचार लेखन की तकनीक, प्रभावी फोटोग्राफी, ई कंटेंट व प्रचार प्रमुख के कार्यों की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
इस अवसर पर सभी प्रचार प्रमुखों ने मिलकर समाज एवं राष्ट्रहित के विमर्श को जन-जन तक पहुंचाना की रूपरेखा तैयार की। कार्यशाला के समापन सत्र में प्रांत सोशल मीडिया प्रमुख राजेंद्र कुमार शर्मा ने प्रचार विभाग के कार्य तथा प्रेस विज्ञप्ति की जानकारी देते हुए कहा कि प्रचार विभाग में काम करने के लिए प्रचार में रुचि होना आवश्यक है। रुचि के साथ काम करने से ही कौशल विकास होता है।
प्रचार विभाग के कार्यकर्ताओं में कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक जानकारी देने की स्किल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय-समय पर संस्था की विचारधारा लक्ष्य उद्देश्य को आम समाज तक पहुंचने के लिए प्रचार तंत्र एक सशक्त माध्यम है।
उन्होंने प्रचार विभाग के विगत कार्य की समीक्षा कर आगामी योजना आवृत्ति प्रशिक्षण की जानकारी दी। विद्या भारती कोटा के जिला सचिव सतीश कुमार गौतम ने आभार व्यक्त किया। शांति मंत्र के साथ समापन हुआ।

