ऑपरेशन सिंदूर वॉरियर्स को नमन कर पूर्व सैन्य अफसरों का किया सम्मान

0
80

कोटा। Operation Sindoor Warriors: वरिष्ठ नागरिक संस्थान कोटा जंक्शन द्वारा आयोजित सावधिक बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर वॉरियर्स’ को समर्पित एक विशेष कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष टी. पी. एस. सेठी ने की, जबकि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रियर एडमिरल विनीत बख्शी (विशिष्ट सेवा मेडल, भारतीय नौसेना) और गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में बीएसएफ के इंस्पेक्टर जनरल राज सिंह सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी शामिल हुए।

कार्यक्रम में 14 कर्नल, 1 बिगेडियर और 1 एडमिरल को किया सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में एग्जीक्यूटिव चेयरमैन ब्रिगेडियर एन.एस. कपूर ने अपने संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर की तकनीकी जानकारी के साथ-साथ भारतीय सैन्य बल की आधुनिक क्षमताओं और रणनीतिक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।

कर्नल सुशील जैन ने सैन्य प्रशिक्षण की आधुनिक पद्धतियों पर जानकारी दी, जबकि कर्नल अमरजीत सहोटा ने साइबर सुरक्षा और ई-डिफेंस के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझाया। कार्यक्रम में एक भावनात्मक क्षण तब आया जब कर्नल आरएम जैन ने ऑपरेशन सिंदूर पर अपनी स्वरचित कविता प्रस्तुत की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्थान अध्यक्ष टी. पी. एस. सेठी ने कहा कि भारतीय सेना, नौसेना और अर्धसैनिक बल हमारी सीमाओं की रक्षा करते हुए हमें यह अवसर देते हैं कि हम सुरक्षित और स्वाभिमानी जीवन जी सकें। ऑपरेशन सिंदूर जैसे सफल अभियान हमारे सैन्य बलों की रणनीतिक बुद्धि और तकनीकी श्रेष्ठता का प्रमाण हैं।

ये अभियान न केवल हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, बल्कि विश्व में भारत की स्थिति को भी मजबूत बनाते हैं। एडमिरल बख्शी ने भारतीय नौसेना के गौरवशाली इतिहास और वर्तमान शक्ति पर विस्तार से चर्चा की।

इंस्पेक्टर जनरल राज सिंह ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे बीएसएफ के जवान देश की सीमाओं की सुरक्षा में दिन-रात तत्परता से तैनात रहते हैं।

सचिव तनुजा खन्ना ने संस्था की नियमित गतिविधियों की समीक्षा प्रस्तुत की। कोषाध्यक्ष नरेंद्रपाल सोनी द्वारा वर्ष 2024-25 की ऑडिट रिपोर्ट और 2025-26 का प्रस्तावित बजट पेश किया गया। कार्यक्रम में जून माह में जन्मदिन और वैवाहिक वर्षगांठ मनाने वाले सदस्यों को शुभकामनाएं दी गईं। नए सदस्यों का स्वागत करते हुए उन्हें स्मृति चिह्न प्रदान किए गए।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में देशभक्ति के गीतों की मधुर प्रस्तुति ने वातावरण को भावनात्मक बना दिया। मंच संचालन डीके अरोड़ा ने किया। अंत में राम मदनानी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया और कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।