नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने एक बार फिर उड़द एवं पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की समय सीमा बढ़ाने की घोषणा की है। इसके तहत पीली मटर के लिए अवधि तीन माह तथा उड़द के लिए एक साल बढ़ाई गई है।
जब तुवर के शुल्क मुक्त आयात की समय सीमा बढ़ाकर 31 मार्च 2026 तक नियत की गई थी तभी से कयास लगाया जा रहा था कि देर-सबेर उड़द के लिए भी ऐसा ही निर्णय लिया जा सकता है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने अधिसूचना जारी करके उड़द के शुल्क मुक्त आयात की अवधि अब 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दी है जो 31 मार्च 2025 को समाप्त होने वाली थी।
उड़द का एचएस कोड 07133110 है। इसके साथ ही अब उड़द के आयातकों की चिंता समाप्त हो जाएगी। भारत में मुख्यतः म्यांमार से उड़द का विशाल आयात होता है जबकि ब्राजील से भी थोड़ी-बहुत मात्रा में इसे मंगाया जाता है। डीजीएफटी द्वारा जारी एक अन्य सर्कुलर में पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की समय सीमा को 31 मार्च 2025 तक बढ़ाने की घोषणा की गई है।
मालूम हो कि यह समय सीमा 28 फरवरी 2025 को समाप्त हो गई थी। उसके बाद वित्त मंत्रालय के राजस्व (कस्टम) विभाग ने अधिसूचना जारी करके कहा था कि 31 मई 2025 तक भारतीय बंदरगाहों पर आयातित पीली मटर की उन खेपों को शुल्क मुक्त माना जाएगा जिसके लिए बिल ऑफ लेडिंग (बीएल) 28 फरवरी 2025 तक जारी किया गया हो।
लेकिन अब डीजीएफटी ने सर्कुलर जारी करके कहा है कि 31 मई 2025 तक पीली मटर की जिन खेपों के लिए बीएल जारी होगा उस पर आयात शूल नहीं लगेगा। इससे कनाडा एवं रूस जैसे प्रमुख निर्यातक देशों को राहत मिलेगी।
भारत में वर्ष 2024 के दौरान दलहनों का रिकॉर्ड आयात होने से घरेलू बाजार में आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम हो गई और कीमतों में नरमी आ गई। अब केवल रबी सीजन के दो सबसे प्रमुख दलहन-चना तथा मसूर के शुल्क मुक्त आयात पर निर्णय लिया जाना है जिसकी समय सीमा 31 मार्च 2025 को समाप्त होने वाली है। रबी कालीन दलहन फसलों के नए माल की आवक शुरू हो चुकी है।

