नई दिल्ली। इजरायल और ईरान युद्ध में अब अमेरिका की एंट्री हो गई है। अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर बमबारी की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे एक सफल हमला बताया है। ट्रंप ने बताया कि बम बरसाने के बाद सभी विमान अमेरिका वापस आ रहे हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर ट्रंप ने लिखा, ”हमने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर बहुत सफल हमला किया है, जिसमें फोर्दो, नतांज और इस्फहान शामिल हैं। सभी विमान अब ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर हैं। प्राथमिक स्थल फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया।
सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने घर की ओर जा रहे हैं। हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई। दुनिया में कोई दूसरी सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी। अब शांति का समय है। इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद।”
एक अमेरिकी अधिकारी ने रॉयटर्स को पुष्टि की कि हमलों में बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स का इस्तेमाल किया गया था। शुक्रवार की रात को मिसौरी में व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से कई बी-2 बॉम्बर्स को उड़ान भरते और पश्चिम की ओर बढ़ते देखा गया।
शनिवार तक, विमान को प्रशांत महासागर के ऊपर उड़ते हुए देखा गया पहले बताया गया कि यह गुआम बेस के रास्ते पर है। बी-2 स्पिरिट बॉम्बर्स मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर ले जाने में सक्षम हैं, जो 30,000 पाउंड का बंकर बस्टर बम है, जिसे ईरान के फोर्टिफाइड फोर्डो परमाणु स्थल को भेदने में सक्षम एकमात्र हथियार माना जाता है। प्रत्येक बी-2 इनमें से दो हथियार ले जा सकता है।
इससे पहले, इजरायली अधिकारियों ने कथित तौर पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन से कहा था कि वे ईरान पर हमले के लिए दो सप्ताह तक इंतजार नहीं कर सकते हैं। उन्होंने दावा किया था कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख हिस्सों को नष्ट करने के लिए इजरायल अकेले ही कार्रवाई कर सकता है।
हालांकि, पिछले कुछ दिनों में ट्रंप की बातों से साफ लग रहा था कि इजरायल और ईरान युद्ध में अमेरिका भी शामिल होने जा रहा है। शनिवार को अमेरिकी विमानों ने ईरान के तीन न्यूक्लियर ठिकानों पर बमबारी की।

