मंदिर परिसर में नवनिर्मित सिंह द्वार का हुआ लोकार्पण
कोटा। नवरात्रि के प्रथम दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और महाराव इज्यराज सिंह ने सोमवार को कोटा स्थित ऐतिहासिक आशापुरा माता मंदिर में नवनिर्मित सिंह द्वार का लोकार्पण किया। इस अवसर पर कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, लाडपुरा विधायक कल्पना देवी, महापौर राजीव भारती, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
बिरला ने कहा कि नवरात्रि शक्ति, भक्ति और साधना का पर्व है, जो हमें संयम, सेवा और समाज के प्रति समर्पण की प्रेरणा देता है। नौ दिनों तक माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा हमें सत्य और न्याय के मार्ग पर चलने का संकल्प दिलाती है।
उन्होंने कहा कि आशापुरा माता मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं है, बल्कि सदियों से हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक है। बिरला ने नवरात्रि की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हाड़ौती की यह धरती त्याग और बलिदान की गाथाओं से प्रेरणा देती रही है और हम सब मिलकर इसी भावना से राष्ट्र को नई ऊँचाइयों पर ले जाएंगे।
विरासत और दूरदर्शी शासकों का स्मरण
लोकसभा अध्यक्ष ने महाराव उम्मेद सिंह जी और महाराव भीम सिंह जी को याद करते हुए कहा कि कोटा का आधुनिक स्वरूप उनके ऐतिहासिक योगदान का परिणाम है। उम्मेद सिंह जी ने शिक्षा, स्वास्थ्य और नगरीय विकास को नई दिशा दी, वहीं भीम सिंह जी ने स्वतंत्रता के बाद की प्रशासनिक व्यवस्था को जनहितकारी रूप दिया। एमबीएस अस्पताल और जिला न्यायालय परिसर जैसे संस्थान उनकी दूरदर्शी सोच के उदाहरण हैं।
दशहरा हमारे कोटा की पहचान
बिरला ने कहा कि कोटा का दशहरा आज भी देश-दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है। शहर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के साथ चंबल नदी जैसी प्राकृतिक संपदा भी इसकी समृद्धि का आधार है। उन्होंने कहा कि जिस शहर की विरासत मजबूत होती है, उसका भविष्य भी उज्ज्वल होता है। आने वाले वर्षों में कोटा रेलवे स्टेशन का विस्तार और नया एयरपोर्ट क्षेत्र के विकास को नई गति देंगे। उन्होंने कहा कि आशापुरा माता मंदिर का सिंह द्वार शक्ति और साहस का प्रतीक है, जो हमें यह विश्वास दिलाता है कि धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने वाले को किसी कठिनाई से डरने की आवश्यकता नहीं होती।
क्षेत्र की गहरी आस्था से जुड़ा है मंदिर
पूर्व सांसद महाराव इज्यराज सिंह ने कहा कि आज नवरात्रि स्थापना के पावन दिन आशापुरा माता मंदिर प्रांगण में सिंह द्वार का लोकार्पण हुआ है। यह हम सभी के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है। यह मंदिर केवल ऐतिहासिक धरोहर ही नहीं, बल्कि क्षेत्र की गहरी आस्था से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि जहाँ आस्था मजबूत होती है, वहाँ हर कार्य सफल होता है। सिंह द्वार के निर्माण के लिए उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का धन्यवाद व्यक्त किया और कहा कि उनके संकल्प और प्रयास से यह कार्य संभव हो सका है।
सांस्कृतिक धरोहर की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी
कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि आशापुरा माता मंदिर का विकास लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निरंतर प्रयासों का परिणाम है। उनका सदैव प्रयास रहता है कि कोटा की सांस्कृतिक धरोहर संरक्षित और समृद्ध बने। नवरात्र शक्ति और साधना का पर्व है, जो हमें सेवा और समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचने की प्रेरणा देता है।
नारी शक्ति के सम्मान का पर्व
लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने कहा कि नवरात्र केवल मंदिर में पूजा का पर्व नहीं है, बल्कि हमें याद दिलाता है कि देवी हर घर में माँ, बहन और बेटी के रूप में विराजमान हैं। यदि हम नारी शक्ति का सम्मान हर दिन करेंगे तो माँ दुर्गा का आशीर्वाद हमें अवश्य मिलेगा। उन्होंने मंदिर विकास कार्यों के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में पूर्व उपमहापौर योगेंद्र सिंह खींची ने मंदिर विकास कार्यों का उल्लेख किया। इस अवसर पर मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी, मंदिर समिति से गजेन्द्र सिंह खींची, लक्ष्मण सिंह हाड़ा, करण सिंह हाड़ा तथा हेमराज सिंह हाड़ा, पवन सिंह हाड़ा, धर्मेन्द्र सिंह हाड़ा, सरस डेयरी चेयरमैन चैन सिंह राठौड़ महिप सिंह सोलंकी, पार्षद धीरेन्द्र चौधरी, नगर निगम दक्षिण आयुक्त ओमप्रकाश मेहरा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु और गणमान्यजन उपस्थित रहे।

