आमली झाड़ स्कूल और तालाब के घाटों के घटिया निर्माण पर चला बुलडोजर

0
14

मंत्री नागर ने कहा, विकास कार्यों में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं, जारी रहेगी कार्रवाई

कोटा/ देवली। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर शुक्रवार को फिर से आमली झाड़ गांव पहुंचे। जहां उन्होंने स्वयं खड़े रहकर कमजोर गुणवत्ता की सामग्री से चल रहे घटिया निर्माण कार्य को तुड़वाया। ग्रामीणों के साथ बुलडोजर लेकर पहुंचे मंत्री नागर ने पहले गांव के तालाब पर बनाए गए घाट और बाउंड्रीवाल को तुड़वाया।

इसके बाद में स्कूल की छत पर पहुंचे जहां पर मशीन से छत को खुदवाना शुरू किया। इसके बाद पूरी छत को जमींदोज करने के निर्देश दिए। मंत्री नागर के निर्देश पर बाद में बुलडोजर कार्रवाई के तहत स्कूल की छत को गिरा दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि बुधवार को अर्द्धरात्रि में मंत्री नागर आमलीझाड़ गांव पहुंचे थे। जहां ग्रामीणों ने स्कूल की छत में घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग के आरोप लगाए थे। अधिकारियों से बात करने पर घटिया निर्माण वाली छत को तुड़वाना बताया गया।

मंत्री नागर जब रात में ही ग्रामीणों के साथ स्कूल की छत पर पहुंचे तो वहां छत को बिना तोड़े ही आगे का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था। ऐसे में, मंत्री ने अधिकारियों को लताड़ लगाई थी। अब मंत्री शुक्रवार को फिर से गांव में पहुंचे और खुद की उपस्थिति में पीला पंजा चलवाया।

3.91 करोड़ की लागत से बन रहा स्कूल भवन
ग्राम झाड़आमली में 3.91 करोड रुपए की लागत से स्कूल भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें 30 कमरों का दो मंजिला स्कूल भवन बनना है। ग्रामीणों के द्वारा अधिकारियों से छत में घटिया निर्माण की शिकायत की गई थी। लेकिन समसा के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने ऊर्जा मंत्री हीरालाल नगर से शिकायत की। जब मंत्री नागर ने अधिकारियों से बात की तो उन्होंने छत को तोड़कर दोबारा बनाने की बात कही, लेकिन जब मंत्री नागर छत की जांच करने पहुंचे तो अधिकारियों का झूठ पकड़ा गया। यहां पर कुछ दिनों पूर्व डाली गई छत घटिया थी। अधिकारियों ने तोड़कर दोबारा बनाने की बात झूठ बोल दी थी। अब मंत्री नागर ने बुलडोजर एक्शन कर छत को तुड़वाया है।

77 लाख रुपए की लागत से बने थे तालाब के घाट
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने आमली झाड़ गांव में ही घटिया गुणवत्ता के तालाब पर निर्मित घाटों और बाउंड्रीवॉल को भी ध्वस्त करवाया है। यहां अटल भूजल योजना के तहत 77 लाख रुपए की लागत से 31 मई 2025 को निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ था। मानसून आ जाने के कारण काम अधूरा रह गया। मंत्री नागर ने तालाब की पाल पर पैर से खुरचा तो सीमेंट की जगह डस्ट नजर आई। जो सामान्य पत्थर से ही आसानी से फूट रही थी।इसकी घटिया गुणवत्ता को देखकर मंत्री नागर खासे नाराज हुए थे। उन्होंने आज वापस पहुंचकर घटिया निर्माण को ध्वस्त कराने का काम किया है।

घटिया निर्माण स्वीकार करने योग्य नहीं
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार के पास विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है। इस धन का सदुपयोग हो, इसकी मॉनिटरिंग करने का काम जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता और ग्रामीण स्वयं कर रहे हैं। गांव में देर रात तक चौपाल करने के दौरान जहां भी शिकायत मिलती है, उसकी जांच करने का काम करते हैं। जहां जांच में घटिया निर्माण मिलता है, उसको न केवल घ्वस्त किया जा रहा है। कंपनी को ब्लैकलिस्टेड किया जा रहा है।

ठेकेदार कंपनी से ही राशि की वसूली होगी। उन्होंने कहा कि घटिया निर्माण पर बुलडोजर एक्शन आगे भी जारी रहेगा। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इससे पूर्व डूंगरज्या गांव में भी सीसी सड़क को उखाडा गया था। उन्होंने कहा कि अभियंता और ठेकेदार के बीच यदि कोई गठजोड़ है तो थर्ड पार्टी से टेस्टिंग कराई जाएगी। वहीं सरकार क्वालिटी कंट्रोल विंग को भी मजबूत करने का काम कर रही है। जहां तकनीकी अभियंता इसकी निगरानी करेंगे।