झाड़ आमली गांव में स्कूल भवन की छत के निर्माण का मामला
कोटा/ देवली। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर सांगोद विधानसभा क्षेत्र के लगातार दौरे कर रहे हैं। इस दौरान में देर रात तक गावों में जाकर ग्राम चौपाल करते हुए लोगों से मिल रहे हैं।लोगों की शिकायतों का तुरंत समाधान भी कर रहे हैं।
ऊर्जा मंत्री नागर बुधवार को देर रात तकरीबन रात 11:30 बजे झाड़ आमली पहुंचे। इस दौरान जन चौपाल में ग्रामीणों ने स्कूल की छत के घटिया निर्माण की शिकायत की। मामले को लेकर मंत्री नागर ने अधिकारियों से बात की तो बताया कि छत को लेकर ग्रामीणों ने शिकायत की थी। इसके बाद छत को तुड़वाकर दूसरी छत बनवा दी गई है।
इस पर मंत्री नागर जांच करने के लिए ग्रामीणों के साथ स्वयं स्कूल भवन पहुंच गए। उन्होंने छत को सरिया के द्वारा खुदवाया तो उसमें सीमेंट की जगह मिट्टी की मात्रा और बजरी की जगह क्रेशर डस्ट का प्रयोग पाया गया। जबकि छत को नहीं तोड़ा गया था।
पुरानी छत पर ही पिलर लगाकर आगे का निर्माण प्रारंभ कर दिया गया था। मंत्री नागर ने निर्माण सामग्री का सैंपल लेकर पीडब्ल्यूडी में जांच के लिए भेज दिया। वहीं छत को तोड़कर पुनर्निर्माण करने के निर्देश दिए।
इस दौरान ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दे सकते। उच्च गुणवत्ता का निर्माण हमारी प्राथमिकता है। पिछले 8-10 साल में जो निर्माण हुए उनको भी अनुपयोगी बताकर बंद करना पड़ा है। ऐसी, नौबत फिर से ना आए। इसके लिए गांव-गांव जाकर लोगों से बात कर रहे हैं।
ग्रामीणों की शिकायतों पर जांच और कार्रवाई की जा रही है। जहां पर भी घटिया निर्माण सामने आ रहे हैं। उन निर्माण को ध्वस्तीकरण करके ठेकेदार कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति से कम कर रही है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह विजन भी है। चाहे निर्माण हो, प्रशासन हो, या भ्रष्टाचार हर जगह राजस्थान सरकार पूरी निगरानी कर रही है। उन्होंने कहा कि हम किसी भी समस्या का जड़ तक समाधान करने का प्रयास करेंगे। अधिकारी लीपा पोती करते हैं तो थर्ड पार्टी से जांच कराई जाएगी। ऐसे में, अधिकारी भी जांच के दायरे में होंगे।
यह है मामला
ग्राम झाड़ आमली में तकरीबन 4 करोड रुपए की लागत से स्कूल भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें ग्रामीणों के द्वारा अधिकारियों से छत में घटिया निर्माण की शिकायत की गई थी। लेकिन समसा के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने ऊर्जा मंत्री हीरालाल नगर से शिकायत की। जब मंत्री नागर ने अधिकारियों से बात की तो उन्होंने छत को तोड़कर दोबारा बनाने की बात कही, लेकिन जब मंत्री नागर छत की जांच करने पहुंचे तो अधिकारियों का झूठ पकड़ा गया। यहां पर कुछ दिनों पूर्व डाली गई छत घटिया थी। जिसे अधिकारियों ने भी माना। लेकिन उसको तोड़कर दोबारा बनाने के बाद झूठ बोल दी थी। जो मंत्री नागर के जाने के बाद पकड़ा गया।

