कोटा। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस की पूर्व संध्या पर मंगलवार को होप सोसायटी के तत्वावधान में आत्महत्या रोकथाम विषय पर जागरूकता सेमिनार का आयोजन सरकारी GNM नर्सिंग स्कूल में किया गया। इस अवसर पर नर्सिंग कर्मियों को आत्महत्या रोकथाम से जुड़ी तकनीकी एवं व्यवहारिक जानकारी दी गई और उनसे बैनर पर हस्ताक्षर कर सेव लाइफ अभियान का संकल्प भी दिलाया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता होप सोसायटी के अध्यक्ष डा. एम.एल. अग्रवाल कि आत्महत्या एक सामाजिक व मानसिक समस्या है, जिसे केवल चिकित्सा नहीं बल्कि संवेदनशील दृष्टिकोण से रोकना होगा। आत्महत्या करने वाले व्यक्ति को अपराधी नहीं, बल्कि पीड़ित मानकर उसकी सहायता करना ही सबसे बड़ा मानव धर्म है। होप सोसायटी इस दिशा में 24×7 कार्य कर रही है और हर जरूरतमंद तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।”
विशिष्ट अतिथि मनीष बोहरा, एआईएम सचिव एवं मानव कल्याण समिति से यज्ञदत्ता हाड़ा ने कहा कि आत्महत्या रोकथाम केवल डॉक्टरों या संस्थाओं की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि परिवार और समाज की भी भूमिका उतनी ही अहम है। यदि समय पर संवाद और सहारा मिले तो बड़ी संख्या में जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।”
इस अवसर पर प्राचार्य विष्णु यादव ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण नर्सिंग कर्मियों को संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की प्रेरणा देंगे। कार्यक्रम में डा. सुधीर गौड़, मनोज यादव और नीरजा कुमारी ने विशेष उपस्थिति दर्ज करवाई।
होप सोसायटी के सचिव डॉ. अविनाश बंसल ने बताया कि 10 सितम्बर को मोशन IIT दक्ष सभागार में NEET अभ्यर्थियों हेतु दोपहर 2:15 बजे विशेष सत्र होगा। साथ ही बैनर लेखन, कॉलेज वार्ताएँ, पेंटिंग प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक और अन्य गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी।

