अमेरिका ने 15 और देशों पर आंशिक यात्रा प्रतिबंध लगाए, यहां देखिए पूरी लिस्ट

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वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को यात्रा प्रतिबंधों (US Travel Ban) की सूची का विस्तार करते हुए कई नए देशों को इसमें शामिल कर लिया। यह कदम पिछले महीने दो नेशनल गार्ड जवानों पर हुई गोलीबारी की घटना के बाद आप्रवासन पर सख्ती के तहत उठाया गया है।

वाइट हाउस द्वारा जारी फैक्ट शीट के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन ने बुर्किना फासो, माली, नाइजर, दक्षिण सूडान और सीरिया पर पूर्ण यात्रा प्रतिबंध और प्रवेश सीमाएं लागू कर दी हैं। इसके अलावा, फिलिस्तीनी अथॉरिटी द्वारा जारी यात्रा दस्तावेज रखने वाले व्यक्तियों पर भी कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं।

इसके साथ ही जिन 12 देशों को पहले ही “उच्च जोखिम” वाला मानते हुए पूर्ण प्रतिबंधों के दायरे में रखा गया था, उन पर पाबंदियां जारी रहेंगी। इन देशों में अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन शामिल हैं। वाइट हाउस ने बताया कि जिन दो देशों (लाओस और सिएरा लियोन) पर पहले आंशिक प्रतिबंध थे, अब उन्हें भी पूर्ण प्रतिबंध के दायरे में लाया गया है।

इनके अलावा, 15 अन्य देशों पर आंशिक यात्रा प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनमें अंगोला, एंटीगुआ और बारबुडा, बेनिन, आइवरी कोस्ट, डोमिनिका, गैबॉन, गाम्बिया, मलावी, मॉरिटानिया, नाइजीरिया, सेनेगल, तंजानिया, टोंगा, जाम्बिया और जिम्बाब्वे शामिल हैं। वहीं बुरुंडी, क्यूबा, टोगो और वेनेजुएला पहले की तरह आंशिक प्रतिबंधों की सूची में बने रहेंगे।

हालांकि, तुर्कमेनिस्तान के मामले में कुछ राहत दी गई है। अमेरिका ने उसके लिए गैर-आप्रवासी वीज़ा प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है, लेकिन आप्रवासी के रूप में प्रवेश पर रोक अभी भी लागू रहेगी। वाइट हाउस ने कहा कि तुर्कमेनिस्तान ने अमेरिका के साथ सहयोग किया है और पिछली घोषणा के बाद महत्वपूर्ण प्रगति दिखाई है।

वाइट हाउस का कहना है कि ये कदम इसलिए जरूरी हैं ताकि ऐसे विदेशी नागरिकों की एंट्री रोकी जा सके, जिनके बारे में अमेरिका के पास जोखिम का आकलन करने के लिए पर्याप्त जानकारी नहीं है। साथ ही, इसका मकसद राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी प्रयासों और आव्रजन कानूनों के सख्त पालन को मजबूत करना है।

गौरतलब है कि नवंबर में हुई गोलीबारी की घटना में एक नेशनल गार्ड जवान की मौत हो गई थी, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हुआ था। जांच में आरोपी की पहचान अफगान नागरिक के रूप में हुई थी, जो 2021 में अमेरिका आया था। इसके बाद ट्रंप और उनके सहयोगियों ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर प्रवासियों की जांच में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया।

ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी यात्रा प्रतिबंध उनकी सबसे विवादास्पद नीतियों में से एक रहे हैं, जिन्हें अंततः अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने वैध ठहराया था। इस बीच, अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको में संयुक्त रूप से होने वाले फुटबॉल विश्व कप को लेकर चिंता जताई जा रही है कि सख्त वीजा नीतियों से प्रशंसकों की यात्रा प्रभावित हो सकती है। हालांकि ट्रंप ने कहा है कि टिकटधारकों के लिए प्राथमिकता वीजै प्रणाली बनाई जा रही है, ताकि उनकी यात्रा में आसानी हो सके।