अधिक उत्पादन के कारण सौंफ की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं

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नई दिल्ली। Fennel Price: अधिक उत्पादन के कारण सौंफ की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। व्यापारियों का मानना है कि नए सूखे मालों की आवक का दबाव बनने पर कीमतों में 50 से 60 रुपए प्रति किलो या इससे भी अधिक गिरावट आने की संभावना है। वर्तमान में ऊंझा मंडी में सौंफ का क्वालिटीनुसार भाव 120 से 240 रुपए चल रहा है।

गत सीजन में किसानों को उनकी उपज का अच्छा मूल्य मिलने के कारण इस वर्षा प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात एवं राजस्थान में सौंफ की बिजाई दो गुना अधिक क्षेत्रफल पर की गई है। वर्तमान में आबू रोड की नई सौंफ का श्रीगणेश उंझा मंडी में हो चुका है नए मालों के भाव 100 से 260 रुपए प्रति किलो खुले है।

जानकार सूत्रों का कहना है कि जनवरी माह में गुजरात की मंडियों में नए मालों की आवक बढ़नी शुरू हो जाएगी। जबकि राजस्थान की मंडियों में आवक फरवरी-मार्च माह में शुरू होगी। इस वर्ष उत्पादन अधिक होने के कारण बाजार में धारणा मंदे की बनी हुई है।

बिजाई अनुमान: गुजरात कृषि विभाग द्वारा जारी किए गए अनुमानों के अनुसार राज्य में सौंफ की बिजाई का क्षेत्रफल 1 लाख हेक्टेयर से अधिक हो चुका है जबकि गत वर्ष गुजरात में बिजाई 43 से 45 हजार हेक्टेयर पर की गई थी। राजस्थान गत वर्ष सौंफ की कुल बिजाई 29 से 30 हजार हेक्टेयर पर की गई थी इस वर्ष बिजाई गत वर्ष की तुलना में डेढ़-दोगुना होने के समाचार है। गत वर्ष अन्य क्षेत्रों में भी सौंफ की बिजाई 10 से 12 हजार हेक्टेयर पर की गई थी चालू सीजन के दौरान अन्य राज्यों में बिजाई गत वर्ष के समान या कुछ बढ़ सकती है।

उत्पादन
बिजाई का क्षेत्रफल बढ़ने के कारण विगत दो वर्षों से देश में सौंफ का उत्पादन अधिक हो रहा है। एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2022 में देश में सौंफ का उत्पादन 13 से 14 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी- 55 किलो) का हुआ था जोकि वर्ष 2023 में बढ़कर 20 से21 लाख बोरी का हो गया है। बाजार सूत्रों का कहना है कि अगर आगामी दिनों में उत्पादक केन्द्रों पर मौसम फसल के अनुकूल बना रहता है तो वर्ष 2024 में सौंफ का उत्पादन 40 से 45 लाख बोरी के आसपास होगा।

निर्यात
चालू वर्ष 2023-24 के प्रथम 6 माह में सौंफ का निर्यात प्रदर्शन शानदार रहा। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-सितंबर 2023 के दौरान सौंफ का निर्यात 22352.12 टन का रहा जबकि वर्ष 2022 के दौरान इसी समयावधि में निर्यात 11948.06 टन का रहा था।