अगर आईआईटी-एनआईटी नहीं मिला तो क्या होगा, कोचिंग स्टूडेंट्स ने जाना प्लान बी

0
16

कोटा। Education Fair: हर साल लाखों स्टूडेंट्स आईआईटी और एनआईटी जैसे टॉप इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिले की तैयारी करते हैं, लेकिन सीटें सीमित होती हैं। इसलिए हर किसी को इनमें प्रवेश मिले, ऐसा हमेशा संभव नहीं हो पाता। यही सवाल स्टूडेंट्स को अक्सर बेचैन करता है कि अगर आईआईटी-एनआईटी नहीं मिला तो आगे क्या?

इसी सवाल का समाधान देने के लिए मोशन एजुकेशन ने बुधवार को द्रोणा-2 कैंपस में दो दिवसीय निशुल्क शिक्षा महोत्सव एजुकेशन करियर फेयर की शुरुआत की। पहले ही दिन यहां हजारों छात्रों की भीड़ उमड़ पड़ी।

शिक्षा महोत्सव का उद्घाटन करते हुए मोशन एजुकेशन के चेयरमैन सुरेंद्र विजय ने कहा कि कोटा आने वाले बच्चे यहां सिर्फ पढ़ाई ही नहीं करते, बल्कि मेहनत करना भी सीखते हैं। यही सीख उनको हर क्षेत्र में ऊंचाइयों तक ले जाती है। करियर सिर्फ एक रास्ते का नाम नहीं है, बल्कि कई विकल्पों का मिश्रण है।

इसलिए जरूरत है, सही समय पर सही दिशा पाने की। शिक्षा महोत्सव एजुकेशन करियर फेयर जैसे आयोजन सिर्फ करियर के विकल्पों की सूची नहीं देते, बल्कि यह बताते हैं  कि किस राह पर चलने से भविष्य ज्यादा सुरक्षित और मजबूत हो सकता है।

इस दौरान मोशन के जेईई डिवीजन के हेड रामरतन द्विवेदी, नीट डिवीजन के हेड अमित वर्मा भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि करीब 15 लाख बच्चे जेईई देते हैं। सभी को आईआईटी और एनआईटी जैसे संस्थानों में प्रवेश नहीं मिल सकता। लकिन इंजीनियरिंग और दूसरे क्षेत्रों में करियर बनाने की राहें और भी है। स्टूडेंट को करियर फेयर जैसे मौकों का फायदा उठाना चाहिए।   

28 यूनिवर्सिटीज़ ले रही भाग
शिक्षा महोत्सव एजुकेशन फेयर के कोर्डिनेटर रविंद्र साहू ने बताया कि इसमें लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी-पंजाब, एमआईटी आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी-महाराष्ट्र, डीम्ड यूनिवर्सिटी ग्राफिक एरा-उत्तराखंड और केआईईटी- गाजियाबाद, पारुल यूनिवर्सिटी-गुजरात सहित 28 जाने माने विश्विद्यालय और कॉलेज भाग ले रहे हैं। सभी संस्थानों ने अपने-अपने स्टॉल लगाए हैं, जहां विशेषज्ञों ने छात्रों को विभिन्न कोर्स, अवसर और करियर के बारे में जानकारी दी।

इंजीनियरिंग के पारंपरिक कोर्स बीटेक के साथ-साथ छात्रों में एआई, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, डेटा साइंस और साइबर सिक्योरिटी जैसे टेक्नोलॉजी कोर्स के प्रति खास उत्साह दिखा। वहीं मैनेजमेंट व फार्मा सेक्टर के स्टॉल पर अच्छी भीड़ रही।

डिजिटल मार्केटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, लॉ, मैनेजमेंट, फाइनेंस और डिजाइनिंग जैसे कोर्स भी छात्रों के बीच चर्चा में रहे। इस दौरान काउंसलर्स ने बताया कि अब कंपनियां सिर्फ डिग्री नहीं, बल्कि स्किल्ड स्टूडेंट्स की तलाश में हैं, इसलिए कॉलेजों ने अपना सिलेबस इंडस्ट्री की जरूरतों के हिसाब से अपडेट किया है।

स्कॉलरशिप ने बढ़ाई दिलचस्पी
कई संस्थानों ने छात्रों को स्कॉलरशिप, मेरिट आधारित छूट और फीस डिस्काउंट की जानकारी दी। इससे बच्चे उत्साहित दिखे, क्योंकि इससे निजी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई की लागत काफी कम हो सकती है। कार्यक्रम में ऑनलाइन प्रतियोगिताएं, क्विज़ और लकी ड्रॉ भी रखे गए, जिसने बच्चों की भागीदारी और बढ़ा दी।

आज भी चलेगा शिक्षा महोत्सव एजुकेशन फेयर
शिक्षा महोत्सव एजुकेशन फेयर गुरुवार को भी सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहेगा। इस दौरान मोशन के सीईओ नितिन विजय छात्रों से बातचीत कर प्रेरित करेंगे और विभिन्न करियर विकल्पों पर मार्गदर्शन देंगे।

कोचिंग स्टूडेंट्स ने समझा प्लान बी का मतलब
हमेशा डर लगा रहता था कि अगर आईआईटी या एनआईटी में नहीं निकले तो क्या होगा। यहां आकर पता चला कि कई प्राइवेट यूनिवर्सिटी भी बेहतरीन प्लेसमेंट दे रही हैं। इनका सिलेबस अपडेट है और माहौल भी अच्छा है। -विवेक सिंह, मोतिहारी

मुझे लगता था कि आईआईटी-एनआईटी नहीं मिला तो सब खत्म। पहली बार जाना कि प्लान बी वास्तव में क्या होता है और कैसे यह किसी की दिशा बदल सकता है। यहां पता चला कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए और भी कई अच्छे विकल्प हैं। स्कॉलरशिप भी मिल सकती है। यहां आकर खुद पर भरोसा बढ़ा है।  –सेजल, पालनपुर