ऑनलाइन शॉपिंग करें मगर सावधानी से, ड्रिप प्राइसिंग दिखे तो इस नंबर पर करें शिकायत

0
9

नई दिल्ली। ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों को सरकार ने चेतावनी दी है। सरकार ने ‘ड्रिप प्राइसिंग’ नाम के स्कैम से बचने के लिए कहा है। यह अच्छी मार्केटिंग का तरीका है, जिसमें शुरुआत में पूरी कीमत नहीं बताई जाती है। जब आप खरीदारी पूरी करने के लिए पेमेंट तक पहुंचते हैं, तब अचानक से कई चार्ज जोड़ दिए जाते हैं और बिल बढ़ जाता है।

इसको ही ड्रिप प्राइसिंग स्कैम कहा जा रहा है। इसका मतलब है कि ग्राहकों को पहले तो कम दाम दिखाकर शॉपिंग के लिए आकर्षित किया जाता है, लेकिन अंत में उनसे अधिक पैसे बसूले जाते हैं।

पेमेंट में कुछ छुपे हुए चार्ज जोड़ दिए जाते हैं, जिससे आपकी कुल बिल बढ़ जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ होता है तो आप सरकार द्वारा दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं। बता दें कि यह चेतावनी 22 अक्टूबर, 2025 को जारी की गई है, जब त्योहारी सीजन के कारण लोग ऑनलाइन खरीदारी ज्यादा कर रहे हैं।

ट्वीट करके जारी की चेतावनी
Consumer Affairs के आधिकारिक एक्स अकाउंट से ट्वीट करके ऑनलाइन शॉपिंग में चल रहे इस धोखाधड़ी के खिलाफ चेतावनी जारी की है। ट्वीट में लिखा गया है कि डील पहले तो बहुत अच्छी लगती है, लेकिन आखिर में छिपे हुए चार्ज से कीमत बढ़ जाती है- यही ड्रिप प्राइसिंग डार्क पैटर्न है!।

क्या है ड्रिप प्राइसिंग क्या है
ड्रिप प्राइसिंग एक मार्केटिंग स्ट्रेटजी है। इसमें किसी प्रोडक्ट की असली और पूरी कीमत शुरुआत में नहीं बताई जाती। जैसे-जैसे आप खरीदारी की प्रक्रिया में आगे बढ़ते हैं, वैसे-वैसे उसमें अतिरिक्त शुल्क जोड़े जाते हैं। उदाहरण के तौर आपने 4,000 रुपये के जूते देखे। जब आप पेमेंट करने के लिए पेमेंट पेज पर पहुंचते हैं, तो अचानक कीमत बढ़कर 4,200 रुपये हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उसमें हैंडलिंग फीस, प्लेटफॉर्म फीस या छुपे हुए टैक्स जैसे जरूरी चार्ज जोड़ दिए जाते हैं।

त्योहारी सीजन में रहें सावधान
त्योहारी सीजन चल रहा है और ऐसे में बहुत से लोग Amazon और Flipkart जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं। वे अच्छे डील्स का फायदा उठाना चाहते हैं। सरकार ने सभी ऑनलाइन खरीदारों को ‘ड्रिप प्राइसिंग’ धोखाधड़ी एक चालाकी भरे तरीके से सावधान किया है। यह तरीका आपकी फाइनल बिल को चुपके से बढ़ा सकता है।

इस नंबर पर करें शिकायत
अगर आपको कहीं भी ड्रिप प्राइसिंग का मामला दिखे तो आपको तुरंत नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन नंबर 1915 पर कॉल करना चाहिए।

​बचने के तरीके
ऑनलाइन खरीदारी करते समय हमेशा विश्वसनीय वेबसाइटों और ऐप्स का ही इस्तेमाल करें। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने या अपनी व्यक्तिगत जानकारी शो करने से बचें।