ध्यान और योग विद्यार्थी का तनाव दूर करने में सहयोगी

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ज्योतिष शास्त्र से तनाव प्रबंधन पर कार्यशाला

कोटा। Seminar on Stress Management: कोटा विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग की ओर से शुक्रवार को ‘ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र के माध्यम से तनाव प्रबंधन’ विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें सेवानिवृत्त व्याख्याता, एस्ट्रोलॉजर और वास्तुशास्त्री डॉ. केके स्वामी ने तनाव दूर करने के कईं उपाय बताए।

विभागाध्यक्ष डॉ. अनुकृति शर्मा ने स्टूडेंट्स की परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए कार्यशाला का आयोजन कराया। इस दौरान डॉ. केके स्वामी ने कहा कि ध्यान और योग करने से छात्र-छात्राओं में तनाव को दूर किया जा सकता है। विद्यार्थी धार्मिक रहें, क्योंकि इससे सकारात्मकता आती है। प्रतिदिन ॐ का उच्चारण करने और सरस्वती के चित्र को सामने रखकर पढ़ाई करने से विद्यार्थी ऊर्जावान बनता है।

उन्होंने कहा कि गीता दुविधाग्रस्त चित्त, सन्तापग्रस्त मन तथा टूटे हुए संकल्प को अखण्ड करने के लिए समाधान बताती है। ऐसे में, छात्र छात्राओं को प्रतिदिन गीता का भी अर्थ सहित पाठ करना चाहिए। उन्होंने वास्तु के बारे में बताते हुए कहा कि छात्र को पूर्व दिशा में मुंह रखकर पढ़ाई करनी चाहिए। अपनी पढ़ाई की टेबल को सुव्यवस्थित रखना चाहिए। उन्होंने सनातन धर्म में वृक्षों के महत्व को विस्तार से बताया और समय प्रबंधन तथा यथार्थवादी लक्ष्य के बारे में बताते हुए तनाव मुक्ति के उपाय सुझाए।

कार्यशाला में आशीष आसोपा ने स्वागत भाषण दिया। डॉ. नीता पारेख ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन डॉ. प्रिया सोडाणी तथा डॉ. जतिन ने किया। इस अवसर पर डॉ. प्रज्ञा धीर, डॉ. विनीता, डॉ. उपासना, गजेंद्र डूडी, डॉ. ज्योति चौधरी, गंगोत्री स्वामी, रुपाली, नूपुर समेत कई छात्र-छात्राएं तथा विश्वविद्यालय के कार्मिक मौजूद रहे।