नई दिल्ली। गर्ल फ्रेंड को Video Call के दौरान अब आप टच भी कर सकेंगे तो आपको यकीन नहीं होगा। परन्तु अब ये भी संभव हो गया है। अमेरिका की नार्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस तकनीक को विकसित किया है। अमेरिकी शोधकर्ताओं ने इस वर्चुअल रियलिटी से लैस डिवाइस को डिजाइन किया है। इस डिवाइस के माध्यम से कहीं दूर बैठे व्यक्ति को भी छूने का एहसास किया जा सकता है।
रिसर्चर्स ने एक ऐसी वायरलेस डिवाइस बनाई है जो सामने वाले को एक-दूसरे को टच करने का अहसास दिलाएगा। ये वायरलेस डिवाइस देखने में पतली है जो कि वर्चुअल रियलिटी से लैस है और एक-दूसरे को टच करने का अहसास दिलाता है। इस डिवाइस की मदद से लोग वीडियो कॉल के दौरान एक दूसरे को छूकर महसूस भी कर सकते हैं। साथ ही साथ इसमें मूवी देखते समय स्क्रीन पर चलने वाली चीजों को भी फील किया जा सकेगा।
अमेरिका की नार्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने इस डिवाइस का नाम ‘इपिडर्मल वीआर’ रखा है। इसमें सिलिकान की एक पतली लचीली परत के अंदर एक्टयूएटर्स लगे हुए हैं जो वाइब्रेट होते और घूमते रहते हैं। यही एक्टयूएटर्स आपको स्पर्श का अहसास कराते हैं।
‘नेचर’ जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में इस VR सिस्टम के बारे में बताया गया है। यह डिवाइस 15cm चौड़ी और 15cm की लंबी एक लचीली परत होती है। इसमें एक वायरलेस पॉवर सर्किट होता है। नार्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के जॉन ए राजर्स ने कहा कि यह डिवाइस उपयोगकर्ता के ऊपर बोझ भी नहीं बनती है।
ऐसे होगा संभव
रिसर्चर्स ने ये भी बताया कि यह डिवाइस एक तरह से लचीली परत है। जिसका कनेक्शन कंप्यूटर के एक विशेष सॉफ्टवेयर से रहता है। दूर बैठा कोई व्यक्ति जब कंप्यूटर में इसी सॉफ्टवेयर के माध्यम से छूता है तो दूर बैठा व्यक्ति इस डिवाइस के माध्यम से इस स्पर्श को महसूस कर सकता है।
इस डिवाइस में मौजूद एक्टयूएटर्स (विशेष प्रकार के गोल छल्ले) वाइब्रेट या मूव करके स्पर्श का अहसास कराते हैं। मिलीमीटर के आकार के 32 एक्टयूएटर्स इस डिवाइस में लगे होते हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि एक्टयूएटर्स एक बार में 200 बार घूमता है। इस डिवाइस को स्मार्टफोन और टैबलेट से भी जोड़ा जा सकता है।