नई दिल्ली। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेल किराया बढने की संभावनाओं को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि रेलवे की तरफ से रेल किराए में बढ़ोत्तरी की योजना नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मौजूदा वक्त में डीजल की कीमत में बढ़ोतरी की वजह से किराए में बदलाव का कोई प्रस्ताव नहीं है।
पीयूष गोयल ने बताया कि रेलवे की ओर से डीजल की खपत में सालों से कमी आ रही है, क्योंकि यह इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन की तरफ बढ़ रहा है और 2022 तक 100 फीसदी विद्युतीकरण की योजना है।पीयूष गोयल का यह बयान कांग्रेस नेता बी.के. हरिप्रसाद की उस सवाल के जवाब में आया, जिसमें रेल मंत्री से जवाब मांगा था कि पेट्रोलियम उत्पादों की अस्थिरता का असर यात्री व माल भाड़ा पर होगा या नहीं।
रेलवे तेजी से ग्रीन एनर्जी की तरफ बढ़ रहा
रेल किराया बढ़ने के संभावनाओं को उस वक्त बल मिला था, जब इस महीने की शुरुआत में बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल व डीजल पर प्रति लीटर एक रुपए उत्पाद शुल्क व सेस बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था।
बता दें रेलवे देश में डीजल का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है, लेकिन यह तेजी से ग्रीन एनर्जी की तरफ बढ़ रहा है। गोयल ने इससे पहले कहा था कि सार्वजनिक ट्रांसपोर्टर अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए देश के कुल बिजली खपत का करीब 1.27 फीसदी व डीजल का तीन फीसदी उपयोग करता है।