ग्वालियर। क्या आप जानते हैं कि ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने के साथ ही आपका मोबाइल नंबर, एड्रेस व अन्य अहम जानकारी ऐसे अनजान लोगों के हाथों में पहुंच जाती है, जिन्हें आप जानते तक नहीं हैं। इतना ही नहीं जोमाटो, स्विगी या अन्य इस तरह की ऑनलाइन फूड चेन एप कंपनी में काम करने वाले डिलीवरी बॉय आपके नंबर पर कॉल कर घर तक डिलीवरी लेकर आते हैं, लेकिन इन डिलीवरी बॉय के पुलिस वैरीफिकेशन तक नहीं कराए हैं।
ऐसे में डिलीवरी बॉय आपके मोबाइल से जुड़े आपके वॉटसएप, फेसबुक व अन्य तरह की जानकारी का दुरुपयोग कर सकते हैं। कानून कहता है जिस जिले में कर्मचारी काम कर रहा है, वहां के पुलिस थानों या एसपी कार्यालय की पुलिस वैरीफिकेशन सेल में कर्मचारी का वैरीफिकेशन होना चाहिए। ग्वालियर पुलिस के वैरीफिकेशन सेल में पता किया तो जानकारी मिली कि जोमाटो, स्विगी व अन्य ऑनलाइन सर्विस देने वाली फूड चेन एप, कोरियर सर्विसेस की तरफ से कर्मचारियों का वैरीफिकेशन नहीं कराया गया है।
धारा 188 के तहत होती है कार्रवाई
यदि किसी भी कंपनी ने अपने कर्मचारी का पुलिस वैरीफिकेशन नहीं कराया है तो ऐसी स्थिति में इसे लोक सेवक के आदेश की अवहेलना मानते हुए धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया जाता है। यह मामला कंपनी के स्थानीय जिम्मेदार व्यक्ति व मैनेजर जो भी हो उस पर दर्ज किया जाएगा।
यह हो सकता है खतरा
जैसे किसी महिला ने कोई फूड ऑर्डर किया। कंपनी ने ऑर्डर एक्सेप्ट कर डिलीवरी बॉय को महिला का नंबर देकर होम डिलीवरी के लिए भेजा। यदि कोई अपराधिक किस्म का व्यक्ति कंपनी में फर्जी दस्तावेज देकर भर्ती है तो वह महिला के मोबाइल नंबर पर बने वॉटसएप एप व फेसबुक अकाउंट से उनके फोटो, पर्सनल डिटेल व अन्य तरह की जानकारी लेकर मिस यूज कर सकता है। इस तरह का खतरा बना रहता है।
खुद का नंबर यूज न करें
मोबाइल नंबर से कई अकाउंट, फेसबुक, वॉट्सएप संचालित रहते हैं। ऐसे में ऑर्डर बुक करते ही खतरा बना रहता है। ऑर्डर करने के लिए महिला खुद का नंबर यूज न करते हुए घर में अन्य किसी पुरुष सदस्य का नंबर यूज कर सकते हैं। खुद ही सावधान रहना होगा- सुधीर अग्रवाल, एसपी सायबर सेल