हिंदी केवल भाषा ही नहीं, हमारी प्रतिष्‍ठा की भी द्योतक

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कोटा। साहित्यकार विजय जोशी  ने कहा कि निज भाषा के बिना उन्नति संभव नहीं है। निश्चित ही हम बैसाखी के सहारे आगे अवश्‍य बढ़ जाते हैं, लेकिन मूल रूप से हमारे विकास का पदार्पण होना चाहिए। वह अपनी निज भाषा में ही होता है।

उन्‍होंने कहा कि बालक अपना आरंभिक ज्ञान बचपन से माँ शब्‍द से करता है। माँ से ही वह संसार का जानने के लिए विकास के चरणों में आगे बढ़ता है,  क्‍योंकि माँ के गर्भ से ही वह निज भाषा और संस्‍कार का सूत्रपात करता है। जोशी शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्‍याय सार्वजनिक मण्‍डल पुस्‍तकालय में आयोजित सम्‍भाग स्‍तरीय राजभाषा हिंदी दिवस सम्‍मेलन में सम्बोधित कर रहे थे।

समारोह में  कला महाविद्यालय की सह आचार्य अनीता वर्मा ने कहा कि हिंदी केवल भाषा ही नहीं वह हमारे मान, सम्‍मान, हमारी प्रतिष्‍ठा का द्योतक है। कोई भी राष्‍ट्र, कोई भी जीवंत समाज अपनी भाषा के दम पर ही पहचान पाता है। क्योंकि भाषा अभिव्‍यक्ति की संवाहक होती है।

कला महाविद्यालय की ही सह आचार्य मनीषा शर्मा ने कहा कि हमें इस मानसिकता को दूर करना होगा कि हिंदी अंग्रेजी से श्रेष्‍ठ है, हमें अपनी मानसिकता बदलनी होगी।  हमें हिंदी की मर्यादा के लिए अपनी भूमि, अपनी भाषा से जुड़ना होगा और अपनी मातृभाषा को सँभालना होगा।

इन्हें मिला सम्मान और पुरस्कार
इस दौरान नारा लेखन में भगवान प्रजापत, प्रथम, रामावतार नागर, द्वितीय, सुश्री रूबिना आरा,तृतीय, महावीर वर्मा को सांत्‍वना पुरस्‍कार, निबंध लेखन में मनोज सेन, प्रथम, सागर सोनी द्वितीय, महावीर वर्मा, तृतीय, भगवान प्रजापत, डिम्‍पल लोधा, योगेन्‍द्र सिंह मीना को सांत्‍वना पुरस्‍कार, श्रुतिलेखन प्रतियोगिता में डिम्‍पल लोधा प्रथम, अनिता सैजवाल द्वितीय, शिवानी सोनी तृतीय साक्षी जैन, रूबिना आरा, रामावतार नागर को सांत्‍वना पुरस्‍कार दिये गये।

नेट / जे.आर.एफ. परीक्षा में अर्हता प्राप्‍त करने पर रमाशंकर शर्मा, साहित्यकार, विकास मालव, प्रतियोगी परीक्षार्थी, निशा गुप्‍ता शोधार्थी को राजभाषा हिंदी सम्‍मान पत्र प्रदान किया गया। अभिलाषा थोलम्बिया को नवोदित कवयित्री का सम्‍मान दिया गया। नाइजीरिया से भारत आए हिंदी का ज्ञान अर्जित करने पर नव साक्षर सम्‍मान से माइकेल इसीयू को भी सम्‍मानित किया गया।

हिंदी भाषा सेवी सम्‍मान डॉ. मनीषा वर्मा, सह आचार्य  डॉ. विवेक मिश्र, सह आचार्य  डॉ. अनिता वर्मा, सह आचार्य  डॉ. गोपाल कृष्‍ण भट्ट ‘आकुल’, दृष्टिकोण के प्रबंध सम्‍पादक नरेन्‍द्र कुमार चक्रवर्ती,  विशिष्‍ट अतिथि कथाकार एवं समीक्षक विजय जोशी, सेवानिवृत्‍त संयुक्‍त निदेशक जनसम्‍पर्क डॉ. प्रभात कुमार सिंघल,  डॉ. लखन शर्मा , सामाजिक कार्यकर्ता सीमा घोष, कँवर बिहारी दीक्षित, शायर सलीम अफरीदी, डॉ.योगेंद्र शर्मा,  वरिष्‍ठ पत्रकार मनोहर पारीक को सम्‍मानित किया गया। योगेन्‍द्र सिंह तँवर को कम्‍प्‍यूटर अनुप्रयोग के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्‍मानित किया।

मंडल पुस्‍तकालय अध्‍यक्ष डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्‍तव ने बताया कि इस मौके पर डॉ. गोपाल कृष्‍ण भट्ट ‘आकुल’ द्वारा ‘पुस्‍तक’ शब्‍द पर रचित एक गीतिका के पोस्‍टर का विमोचन भी किया गया।