यूनिवार्ता के पूर्व ब्यूरो चीफ व्यास का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर

0
9

कोटा। यूनिवार्ता के पूर्व ब्यूरो चीफ और वरिष्ठ मीडिया कर्मी कोटा पाटनपोल निवासी हीरालाल व्यास का शुक्रवार को गुजरात के वडोदरा निवास पर हृदय गति रुकने से निधन हो गया। वे 78 वर्ष के थे। निधन की सूचना मिलते ही कोटा सहित प्रदेशभर के मीडिया जगत में शोक की लहर दौड़ गई।

छोटे भाई मनोहर व्यास ने बताया कि स्व. हीरालाल व्यास का जन्म सितंबर 1947 में हुआ था और उन्होंने 4 जुलाई 2025 को अंतिम सांस ली। वे अपने पीछे एक पुत्र, एक पुत्री, दामाद और नाती-नातिनों से भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।

स्व. व्यास ने अपने पत्रकारिता जीवन की शुरुआत हिन्दुस्तान समाचार (समाचार एजेंसी) से की थी। इसके बाद वे दिल्ली, जयपुर, इंदौर, जबलपुर और भोपाल में भी सक्रिय पत्रकारिता से जुड़े रहे। वर्ष 1982 में वे कोटा स्थानांतरित हुए, जहाँ उन्हें यूनिवार्ता (यूएनआई हिन्दी सेवा) का ब्यूरो चीफ नियुक्त किया गया।

लगभग 20 वर्षों तक कोटा यूनिवार्ता में अपनी सेवाएं देने के बाद वे वर्ष 2007 में राजस्थान ब्यूरो चीफ के पद से सेवानिवृत्त हुए। इसके उपरांत वे फ्रीलांस पत्रकार के रूप में सामाजिक और मीडिया जगत से सक्रिय रूप से जुड़े रहे। उन्होंने कोटा प्रेस क्लब के निर्माण और विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

वरिष्ठ पत्रकार के निधन पर मीडिया कौंसिल ऑफ जर्नलिस्ट्स, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष नीरज गुप्ता, प्रदेश संगठन महामंत्री योगेश जोशी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मनोहर पारिक, प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष धीरज गुप्ता तेज, वरिष्ठ पत्रकार दिनेश माहेश्वरी, पुरुषोत्तम पंचोली, धीरेन्द्र राहुल, सुबोध जैन, जनार्दन गुप्ता, जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष हरिवल्लभ मेघवाल, पीआईबी के पूर्व निदेशक रामखिलाड़ी मीणा, दिनेश गौतम मामा, ग्रेटर प्रेस क्लब अध्यक्ष सुनील माथुर, महासचिव अनिल भारद्वाज, रविंद्र शर्मा और राहुल पारीक सहित अनेक पत्रकारों ने अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट कर श्रद्धांजलि अर्पित की है। पत्रकारिता क्षेत्र में ईमानदारी, निष्पक्षता और प्रतिबद्धता के प्रतीक रहे हीरालाल व्यास का निधन पत्रकार जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।