समझ संसद की: कोटा-बूंदी के विद्यार्थी जाएंगे लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर

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सदियों की गुलामी और लंबे संघर्ष के बाद देश को आजादी मिली। इन 75 वर्षों में देश ने अनेक उपलब्धियों हासिल की। संसद इस सबकी साक्षी और केंद्र बिंदु रही है। देश के महान नेताओं ने संविधान का निर्माण भी संसद में किया। हमारी युवा पीढ़ी जितना नजदीक से संसद और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को देश के नवनिर्माण में उनकी भागीदारी उतनी ही अधिक होगी। ओम बिरला, लोक सभा अध्यक्ष

कोटा। कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के सरकारी या निजी किसी भी विद्यालय में पढ़ रहे कक्षा 6 से 12 के बच्चे यदि संसद जाना चाहते हैं तो उनके लिए सुनहरा मौका है। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर प्रारंभ किए गए ‘‘समझ संसद की‘‘ अभियान के तहत परीक्षा के माध्यम से चयनित बच्चे लोकतंत्र का सर्वोच्च मंदिर तथा अन्य महत्वपूर्ण स्थान देखने दिल्ली जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘‘नो यॉर कॉन्स्टीट्यूशन‘‘ के आव्हान पर स्पीकर बिरला ने स्वयं पहल कर इस विशेष अभियान को मूर्त रूप दिया है। इस अभियान का उद्देश्य विद्यार्थियों को देश की समृद्ध लोकतांत्रिक परम्पराओं से परिचित करवाना है। इसके अलावा उन्हें राष्ट्र निर्माण में महान नेताओं के योगदान तथा जनप्रतिनिधियों की भूमिका और संसद के कामकाज से अवगत करवाना भी है। लोक सभा की संस्था प्राइड और राजस्थान सरकार का शिक्षा विभाग आपसी समन्वय से परीक्षा आयोजित करेंगे। परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन विद्यार्थी स्कूल में ही करवा सकेंगे।

दो चरणों में होगी परीक्षा: परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी। पहला चरण 1 दिसम्बर को विश्व एकता दिवस के दिन होगा। इस चरण में सफल रहने वाले विद्यार्थी 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित होगा। दूसरे चरण में सफल रहने वाले विद्यार्थी अध्ययन दौरे पर दिल्ली जाएंगे।

वेबसाइट और ऐप पर मिलेगी सामग्री: परीक्षा के दोनों चरणो के लिए अध्ययन सामग्री प्राइड की वेबसाइट pride.nic.in और डिजिटल संसद एप पर उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा स्कूल में शिक्षक भी विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी में सहयोग करेंगे।

विजेताओं को सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट: प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को संसद तथा दिल्ली के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के दौरे के अलावा प्राइड की ओर से सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया जाएगा। सभी प्रतिभागियों को ई- पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट मिलेंगे।

तीन वर्गों में बांटे विद्यार्थी
कक्षा 6 से 8
कक्षा 9 व 10
कक्षा 11 व 12