कोटा। कृषकों को अपनी फसल के लिए नई तकनीकी एवं नई मशीनो की जानकारी देने के लिए कोटा रिजन टेक्टर डीलर्स एसोसिएशन द्वारा कृषि ई स्वराज के माध्यम से एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार हाडौती एक कृषि प्रधान क्षेत्र है। यहां सभी तरह की फसलों का उत्पादन होता है। ज्ञान के अभाव में क्षेत्र के किसान पुरानी तकनीक के आधार पर ही कृषि का कार्य करते आ रहे हैं।
उन्होंने आग्रह किया कि कृषि उपज के लिए किसानों को नई तकनीकी की जानकारी दी जाए, ताकि वास्तविक रूप से किसान इसका फायदा उठा पाएं। फर्टिलाइजर्स एवं केमिकल का अनावश्यक उपयोग फसलों में किया जा रहा है, उससे भी बचाव हो सकेगा एवं आमजन को बीमारियों से बचाया जा सकेगा।
सेमिनार के मुख्य अतिथि मुंबई से आए विजय शर्मा ने कहा कि किसान सभी तरह के नये कृषि यंत्र सुपर क्वालिटी के बीज लेजर लेवल को अपनी खेती में काम लेवें एवं नई मशीनों के साथ खेती करके बदलाव लाएं। ऐसे बदलाव से खर्चा भी कम होगा और फसलों का उत्पादन व क्वालिटी भी बढ़ेगी।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमके शर्मा ने कहा कि हाडौती क्षेत्र में लहसुन, धनिया, चावल, सोयाबीन एवं गेहूं की भरपूर पैदावार होती है। नई तकनीकी की मशीनों के उपयोग से खेती कर के उत्पादन में भारी बढ़ोतरी की जा सकती है ।
एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा ने कहा कि कृषि ई स्वराज शाखा एवं महिंद्रा द्वारा वर्तमान में उच्चतम क्वालिटी के बीज एवं अन्य नई कृषि की मशीनें बनाई जा रही हैं। साथ ही कई कंपनियों की नई तकनीकी के मशीनों भी किराए पर किसानों को उपलब्ध करवा रही है जो इस दिशा में एक नई पहल है।