Thursday, March 28, 2024
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सेंसेक्स 997 अंक उछल कर 33,718 पर बंद और निफ्टी 9,859 के पार

मुंबई। सप्ताह में आज कारोबार के आखिरी दिन एक बार फिर बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ। आज सुबह सेंसेक्स 661.03 अंक ऊपर और निफ्टी 200.15 पॉइंट ऊपर खुला। आज दिनभर की ट्रेडिंग के दौरान बाजार 1000 अंक ऊपर चढ़ने में भी कामयाब रहा, लेकिन बाद में ये 997 अंक पर रुक गया। सेंसेक्स 997.46 अंक या 3.05% ऊपर 33,717.62 पर और निफ्टी 306.55 पॉइंट या 3.21% ऊपर 9,859.90 पर बंद हुए।

इससे पहले बुधवार को बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ था। सेंसेक्स 605.64 अंक ऊपर 32,720.16 पर और निफ्टी 172.45 पॉइंट ऊपर 9,553.35 पर बंद हुआ था। बता दें कि इस पूरे सप्ताह बाजार बढ़त के साथ बंद होने में कामयाब रहा। बता दें कि 1 मई को महाराष्ट्र दिवस के कारण भारतीय शेयर बाजारों में अवकाश रहेगा।

बाजार में बढ़त के प्रमुख कारण

  • गिलीड की एंटी वायरल दवा रेमडेसिविर ने कोरोना मरीजों की रिकवरी में उम्मीद की किरण जगाई है। कोरोनावायरस से जुड़ी दवा के अच्छे परिणामों ने बाजार की रौनक लौटी है। इधर, चीन से उत्पादन के अच्छे संकेतों ने भी बाजार का हौसला बुलंद किया। आज डेरिवेटिव सौदों की एक्सपाइरी से पहले बाजार में हलचल अधिक नजर आई। 
  • बुधवार को दुनियाभर के सभी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। इस सप्ताह में पहला ऐसा मौका था। अमेरिका के सभी बाजार डाउ जोंस, नैस्डैक और एसएंडपी में तेजी रही। डाउ जोंस 2.21 फीसदी की बढ़त रही। इसके साथ चीन का शंघाई कम्पोजिट भी 1.11 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ। विदेशी बाजारों की बढ़त से भी भारतीय बाजार को मजबूती मिली है।

ऑटो सेक्टर की इन कंपनियों के शेयरों में बढ़त

कंपनीबढ़त (%)
टाटा मोटर्स11.58%
मदरसन सुमी सिस्टम10.69%
अशोक लेलैंड8.76%
हीरो मोटोकॉर्प7.01%
बॉश लिमिटेड4.88%
अपोलो टायर्स4.70%
महिंद्रा एंड महिंद्रा4.41%
मारुति4.15%

दुनियाभर के बाजार बढ़त के साथ बंद
बुधवार को सभी अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। अमेरिकी बाजार डाउ जोंस 2.21 फीसदी की बढ़त के साथ 532.31 अंक ऊपर 24,633.90 पर बंद हुआ। वहीं, अमेरिका के दूसरे बाजार नैस्डैक 3.57 फीसदी बढ़त के साथ 306.98 अंक ऊपर 8,914.71 पर बंद हुआ। दूसरी तरफ, एसएंडपी 2.66 फीसदी बढ़त के साथ 76.12 पॉइंट ऊपर 2,939.51 पर बंद हुआ। चीन का शंघाई कम्पोजिट 1.11 फीसदी बढ़त के साथ 31.27 पॉइंट ऊपर 2,853.71 पर बंद हुआ। इधर फ्रांस, इटली, जर्मनी के बाजार भी बढ़त के साथ बंद हुए।

राजस्थान के 33 में से 29 जिलों में पहुंचा कोरोना संक्रमण, अब तक 2556 मामले

जयपुर। राजस्थान में कोरोना पॉजिटिव (corona positive) के केस लगातार सामने आ रहे हैं। गुरुवार को 118 नए पॉजिटिव केस सामने आए। जिसमें जोधपुर में 59, जयपुर में 14, अजमेर में 4, चित्तौड़गढ़ में 3, टोंक में 2, बारां, कोटा, धौलपुर और अलवर में 1-1 संक्रमित मिला। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 2556 पहुंच गया। इसके साथ जयपुर में एक मौत भी सामने आई। जयपुर में चांदी की टकसाल के पास रहने वाले 67 साल के बुजुर्ग की हुई।

इससे पहले बुधवार को 74 नए पॉजिटिव केस सामने आए। जिसमें जयपुर में 29, जोधपुर में 37, अजमेर में 11, पाली में 9, चित्तौड़गढ़ में 8, कोटा में 4, धोलपुर और भीलवाड़ा में 2-2, नागौर, भरतपुर, उदयपुर और बांसवाड़ा में 1-1 संक्रमित मिला।

12 घंटे में पांच की मौत
वहीं दिन की पहली मौत जयपुर के रामगंज में रहने वाले 55 साल की महिला की हुई। जिन्हे डायबिटीज की शिकायत थी। वहीं दूसरी मौत जौहरी बाजार में रहने वाली 67 साल की बुजुर्ग महिला की हुई। जिन्हे 22 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके साथ तीसरी मौत सुभाष चौक क्षेत्र में 67 साल की महिला की हुई। जो कैंसर की बीमारी से जूझ रही थीं। वहीं चौथी मौत सोडाला सत्येंद्र कॉलोनी निवासी 54 वर्षीय व्यक्ति की हुई। जिसे फिल्हाल चिकित्सा विभाग द्वारा जारी आंकड़ों में शामिल नहीं किया गया है। पांचवी मौत जयपुर में चांदी की टकसाल के पास रहने वाले 67 साल के बुजुर्ग की हुई।

33 में से 29 जिलों में पहुंचा कोरोना
प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 896 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 519 (इसमें 47 ईरान से आए), कोटा में 194, अजमेर में 150, टोंक में 134, भरतपुर में 111, नागौर में 118, बांसवाड़ा में 64, जैसलमेर में 49 (इसमें 14 ईरान से आए), झुंझुनूं में 42, झालावाड़ में 40, बीकानेर में 37, भीलवाड़ा में 37 मरीज मिले हैं। उधर, दौसा में 21, चूरू में 14, हनुमानगढ़ में 11, सवाईमाधोपुर में 8, चित्तौड़गढ़ में 19, अलवर में 8, डूंगरपुर में 6, सीकर में 6, उदयपुर में 8, धौलपुर में 12, करौली में 3, पाली में 12, बाड़मेर और प्रतापगढ़ में 2-2 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। वहीं बारां और राजसमंद में 1-1 संक्रमित मिला है।

7-सीटर जीप ग्रैंड कम्पास के डीटेल लीक, जानें फीचर्स

नई दिल्ली। जीप (Jeep) भारतीय बाजार में Compass एसयूवी का 7-सीटर वर्जन लाने की तैयारी में है। 7-सीट वाली Jeep Compaas के डीटेल ऑनलाइन लीक हो गए हैं। लीक रिपोर्ट में कहा गया है कि इसे Jeep Grand Compass नाम से लॉन्च किया जाएगा। कंपनी की लाइनअप में यह नई एसयूवी 5-सीटर कंपस से ऊपर की रेंज में आएगी। मार्केट में इसका मुकाबला टोयोटा फॉर्च्यूनर, फॉर्ड एंडेवर, स्कोडा कोडियाक और महिंद्रा अल्टूरस जी4 जैसी एसयूवी से होगा।

7-सीटर जीप कंपस के डीटेल ब्राजील की वेबसाइट Auto Exporte पर लीक हुए हैं। वेबसाइट का दावा है कि जीप ग्रैंड कंपस को कंपस फेसलिफ्ट के साथ साल 2021 में ब्राजील में लॉन्च किया जाएगा। ग्रैंड कंपस की डिजाइन और स्टाइलिंग जीप कंपस फेसलिफ्ट की तरह ही होगी। हालांकि, 7-सीटर मॉडल की लंबाई ज्यादा होगी। बता दें कि 7-सीट वाली ग्रैंड कंपस को भारतीय बाजार में भी साल 2021 में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है।

नया लुक: जीप ग्रैंड कंपस एसयूवी 5-सीट वाली कंपस के फेसलिफ्ट मॉडल पर आधारित होगी। कंपस फेसलिफ्ट की बात करें, तो इसमें काफी कॉस्मेटिक अपडेट्स होंगे, जिनमें नई ग्रिल, रिवाइज्ड हेडलैम्प, नए अलॉय वील्ज और नए स्टाइल के टेललैम्प शामिल हैं। 7-सीटर एसयूवी में नया डी-पिलर और नए डिजाइन का रियर सेक्शन भी मिलने की उम्मीद है।

इंटीरियर: कैबिन की बात करें, तो इसका इंटीरियर नया होगा। एसयूवी में 3-लाइन में 7-सीटें होंगी। ग्रैंड कंपस में लेदर अपहोस्ट्री और अपडेटेड इन्फोटेनमेंट सिस्टम समेत अन्य फीचर्स मिलेंगे। इस नई एसयूवी में पैनरोमिक सनरूफ भी मिलने की उम्मीद है।

इंजन: ग्रैंड कंपस में 5-सीटर कंपस एसयूवी में मौजूद 2.0-लीटर डीजल इंजन दिया जा सकता है। इसके साथ मैन्युअल और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के ऑप्शन मिलेंगे। इसमें 4-वील ड्राइव का ऑप्शन भी मिलने की उम्मीद है।

आरोग्य सेतु ऐप स्मार्टफोन में पहले से होगा इंस्टॉल: रिपोर्ट

नई दिल्ली। स्मार्टफोन्स में अब जल्द हीआरोग्य सेतु ऐप (Aarogya Setu app) पहले से इंस्टॉल आएगा। कोरोना वायरस (COVID-19) को ट्रैक करने वाला आरोग्य सेतु भारत सरकार का ऐप है। अब यह ऐप डिफॉल्ट तौर पर फोन में इंस्टॉल आने वाले ऐप्लिकेशन्स में शामिल होगा। ऐसा करने से ज्यादा से ज्यादा लोग ऐप को इस्तेमाल करेंगे और यह चेक कर पाएंगे कि आपको कोरोना का कितना खतरा है।

मिंट की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से जानकारी दी गई है कि सरकार ने स्मार्टफोन कंपनियों से उनके फोन्स में आरोग्य सेतु ऐप प्री-इंस्टॉल करने को कहा है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते अभी स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग बंद है जिसके चलते ऐसा संभव नहीं हो पाया। अब जल्द ही प्रोडक्शन शुरू होने की उम्मीद है और आने वाले स्मार्टफोन्स में यह डिफॉल्ट ऐप की तरह आ सकता है।

इसका मतलह है कि यूजर्स को ऐप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होगी और गूगल की दूसरी सर्विसेज की तरह ही आरोग्य सेतु पहले से फोन में मिलेगा। मिंट ने यह खबर एक स्मार्टफोन निर्माता और एसोसिएशन फॉर इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी (MAIT) के हवाले से दी है। आइये आपको बताते हैं आरोग्य सेतु ऐप के बारे में…

आरोग्य सेतु ऐप क्या है?
सरकारी ऐप आरोग्य सेतु यूजर को तब अलर्ट करता है जबकि वह कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आता है। आरोग्य सेतु ऐप ऐंड्रॉयड और आईफोन के लिए उपलब्ध है। ऐप यूजर के फोन का ब्लूटूथ, लोकेशन और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर यह ट्रैक करता है कि वह किसी COVID-19 पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया है। इस ऐप में कोरोना के हेल्प सेंटर और सेल्फ असेसमेंट टेस्ट जैसे ऑप्शन मौजूद हैं जिनसे आप यह जांच सकते हैं कि कहीं आपको भी जाने-अनजाने कोविड-19 के संपर्क में तो नहीं है।

आरोग्य सेतु ऐप को ऐसे करें इस्तेमाल

  • आरोग्य सेतु ऐप को इस्तेमाल करने के लिए फोन नंबर रजिस्टर करें। फोन नंबर डालने पर एक ओटीपी आएगा, जिसे एंटर करने पर ऐप में रजिस्ट्रेशन हो जाता है।
  • इसके बाद ऐप आपसे ब्लूटूथ और जीपीएस का ऐक्सिस मांगता है
  • ऐप खोलने पर पर्सनल डीटेल्स पूछी जाती हैं, जिनमें जेंडर, नाम, उम्र, पेशा और पिछले 30 दिनों की ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में पूछा जाता है। आप चाहें तो इस विकल्प को स्किप भी कर सकते हैं।
  • इसके बाद आप ऐप की भाषा भी चुन सकते हैं
  • अगर आप चाहें तो जरूरत और संकट के इस वक्त में खुद को वॉलिंटियर के तौर पर रजिस्टर कर सकते हैं

आरोग्य सेतु ऐप एक सोशल ग्राफ का इस्तेमाल करता है जिससे लो और हाई रिस्क की कैटिगरी का पता चलता है। यह सोशल ग्राफ लोकेशन डिटेल्स के आधार पर बनता है। जब भी आप लो या हाई-रिस्क कैटिगरी में आएंगे तो आप आपक अलर्ट करता है। हाई-रिस्क कैटिगरी में आने पर ऐप टेस्ट सेंटर जाने के लिए आपको नोटिफाई करेगा।

बारां में कोरोना की दस्तक, पहली मरीज बालिका मिली, कोटा में संख्या 197 हुई

कोटा। शहर में कोरोना पॉजिटिव (corona positive) मरीजों की संख्या 197 तक पहुंच गई है। गुरुवार शाम तक कुल पांच पॉजिटिव पाए गए। दोपहर को टिंबर मार्केट से एक बुजुर्ग और सुकेत से एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सुबह दो नए पॉजिटिव पाए गए थे। बारां जिले की एक 13 वर्षीय किशोरी और कोटा के छावनी क्षेत्र से भी पॉजिटिव मरीज की पुष्टि हुई थी।

इधर अब तक इस संक्रमण से अछूते रहे हाड़ौती जिले के बारां में भी पहला के सामने आया है। बारां जिले के एक 13 वर्षीय किशोरी को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उसे कोटा रैफर किया गया था।

छावनी में कर्फ्यू
कोरोनावायरस मरीज मिलने के बाद क्षेत्र में जीरो मोबिलिटी घोषित की गई है। जिला कलेक्टर ने एक आदेश जारी कर घर वाले बाबा जी के पास छावनी को केंद्र बिंदु मानते हुए आसपास के क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है। यह कर्फ्यू 3 मई तक प्रभावी रहेगा। गौरतलब है कि कोटा में अब तक 197 मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं।

सेंसेक्स 1000 और निफ्टी 290 अंक उछला, टाटा मोटर्स के शेयरों में 11 फीसदी की बढ़त

मुंबई। सप्ताह में आज कारोबार के चौथे दिन बाजार एक बार फिर बढ़त के साथ खुला। सेंसेक्स 661.03 अंक ऊपर और निफ्टी 200.15 पॉइंट ऊपर खुला। शुरुआती 1:15 घंटे की ट्रेडिंग के दौरान बाजार 1000 अंक ऊपर चला गया। इससे पहले बुधवार को बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ था। कल सुबह सेंसेक्स 196.52 अंक ऊपर और निफ्टी 27.70 पॉइंट ऊपर खुला था।

दिनभर की ट्रेडिंग के दौरान बाजार एक समय 750 अंक से ऊपर जाने में कामयाब रहा था, लेकिन बाद में ये 605 अंक पर रुक गया। सेंसेक्स 605.64 अंक ऊपर 32,720.16 पर और निफ्टी 172.45 पॉइंट ऊपर 9,553.35 पर बंद हुए। इससे पहले सोमवार और मंगलवार को भी बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ था। बता दें कि 1 मई को महाराष्ट्र दिवस के कारण भारतीय शेयर बाजारों में अवकाश रहेगा।

ऑटो सेक्टर की इन कंपनियों के शेयरों में बढ़त

कंपनीबढ़त (%)
टाटा मोटर्स11.58%
मदरसन सुमी सिस्टम10.69%
अशोक लेलैंड8.76%
हीरो मोटोकॉर्प7.01%
बॉश लिमिटेड4.88%
अपोलो टायर्स4.70%
महिंद्रा एंड महिंद्रा4.41%
मारुति4.15%

दुनियाभर के बाजार बढ़त के साथ बंद

बुधवार को सभी अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। अमेरिकी बाजार डाउ जोंस 2.21 फीसदी की बढ़त के साथ 532.31 अंक ऊपर 24,633.90 पर बंद हुआ। वहीं, अमेरिका के दूसरे बाजार नैस्डैक 3.57 फीसदी बढ़त के साथ 306.98 अंक ऊपर 8,914.71 पर बंद हुआ। दूसरी तरफ, एसएंडपी 2.66 फीसदी बढ़त के साथ 76.12 पॉइंट ऊपर 2,939.51 पर बंद हुआ। चीन का शंघाई कम्पोजिट 1.11 फीसदी बढ़त के साथ 31.27 पॉइंट ऊपर 2,853.71 पर बंद हुआ। इधर फ्रांस, इटली, जर्मनी के बाजार भी बढ़त के साथ बंद हुए।

एक्टर ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में कैंसर से निधन

मुंबई। अभिनेता ऋषि कपूर (67) को गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन.रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में निधन हो गया। उनके भाई रणधीर कपूर ने इसकी पुष्टि की। वह 2 साल से कैंसर से लड़ रहे थे। बुधवार सुबह ऋषि को हॉस्पिटल ले जाया गया था। उनको सांस लेने में तकलीफ थी। ऋषि की मौत के बाद अमिताभ बच्चन सहित कई बॉलिवुड सिलेब्स ने ट्वीट किए हैं। बता दें कि इरफान खान की मौत के दूसरे दिन ऋषि कपूर का जाना पूरे देश के लिए बड़े सदमे की बात है।

ऋषि पिछले साल सितंबर में अमेरिका से भारत लौटे थे। वहां करीब एक साल तक उनका कैंसर ट्रीटमेंट चला। जानकारी के मुताबिक, ऋषि कपूर को चेस्ट इन्फेक्शन, सांस लेने में दिक्कत और हल्का बुखार है। उनका कोविड-19 टेस्ट भी कराया जाएगा। दो स्पेशलिस्ट डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।

महाराष्ट्र सरकार ने स्पेशल पास जारी किया था
पिछले गुरुवार से उनकी सेहत खराब बताई गई है। उन्हें भर्ती भी कराया गया था, लेकिन चार घंटे बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। अस्पताल जाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें स्पेशल पास भी जारी किया था। उनकी मेडिकल रिपोर्ट बीएमसी और हेल्थ डिपार्टमेंट को भी भेजी गईं थीं।

2 साल पहले हुआ था कैंसर
2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था। इलाज के लिए वो अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। अमेरिका में पूरे वक्त उनके साथ पत्नी नीतू ही थीं। बेटा रणबीर कपूर कई बार उनसे मिलने न्यूयॉर्क गए थे। कुछ दिनों पहले ऋषि ने एक इंटरव्यू में कहा था, “अब मैं बहुत बेहतर महसूस कर रहा हूं। और कोई भी काम कर सकता हूं। सोच रहा हूं कि एक्टिंग दोबारा कब शुरू करूं। पता नहीं लोगों को अब मेरा काम पसंद आएगा भी या नहीं। न्यूयॉर्क में मुझे कई बार खून चढ़ाया गया था। तब मैंने नीतू से कहा था- उम्मीद करता हूं कि नए खून के बावजूद मैं एक्टिंग नहीं भूलूंगा।” 

चाहने वाले न्यूयॉर्क पहुंचे थे
ऋषि जब न्यूयॉर्क में इलाज करा रहे थे तो उनके दोस्त और चाहने वाले वहां लगातार उनकी सेहत का हाल जानने जाते रहे। इनमें प्रियंका चोपड़ा, आलिया भट्ट, अनुपम खेर, आमिर खान, शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, करण जौहर और मलाइका अरोरा शामिल थे। ऋषि आखिरी बार इमरान हाशमी के साथ पर्दे पर नजर आए।

फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे ऋषि
 ऋषि कपूर फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे। एक बार जब वे दिल्ली में एक पारिवारिक कार्यक्रम में भाग लेने  गए थे तो उन्हें वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय खुद ऋषि ने कहा था कि वह “संक्रमण” से पीड़ित थे। मुंबई लौटने के बाद, उन्हें फिर से वायरल बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी तबियत जल्दी सुधर जाने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।

एक महीने से सोशल मीडिया से दूर 
सोशल मीडिया पर लॉजिकल और अग्रेसिव कमेंट्स के लिए मशहूर ऋषि ने 2 अप्रैल के बाद ट्विटर अकाउंट पर कुछ भी पोस्ट नहीं किया। उन्होंने बीते दिनों दीपिका पादुकोण के साथ हॉलीवुड फिल्म “द इंटर्न” के रीमेक में काम करने की घोषणा भी की थी।

ऋषि ने कहा था- आजकल कपूरों पर टाइम भारी है

पृथ्वीराज कपूर के पोते और राज कपूर के बेटे
चिंटू के नाम से मशहूर ऋषि का जन्म 4 सितंबर 1952 को मुंबई के चेम्बूर में हुआ था। वे राज कपूर के दूसरे नंबर के बेटे और पृथ्वीराज कपूर के पोते थे। उन्होंने मुंबई के कैंपियन स्कूल और अजमेर के मेयो कॉलेज में अपने भाइयों के साथ पढ़ाई की। रणधीर कपूर उनके बड़े भाई और राजीव कपूर उनके छोटे भाई हैं। ऋषि और नीतू के दो बच्चे हैं- रणबीर और रिदीमा।

ऋषि की फिल्मी यात्रा
ऋषि कपूर ने 1970 में पिता की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ से डेब्यू किया था। इस फिल्म में ऋषि ने अपने पिता के बचपन का किरदार निभाया था। ऋषि कपूर ने बतौर लीड एक्टर 1973 में आई फिल्म ‘बॉबी’ से शुरुआत की थी। अपने करियर में 1973-2000 तक 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया। बतौर सोलो लीड एक्टर 51 फिल्मों में अभिनय किया। ऋषि अपने जमाने के चॉकलेटी हीरो में से एक थे। उन्होंने पत्नी नीतू के साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया।

ऋषि ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया। उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ निर्देशित की। ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार निभाया था, लेकिन फिल्म ‘अग्निपथ’ में उनके खलनायक के किरदार को देख सभी हैरान रह गए। ऋषि को इसके लिए आईफा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया।

ऋषि कपूर और इरफान डी-डे फिल्म में एक साथ नजर आए थे
यह सीन डी-डे फिल्म का है। यह फिल्म 2013 में रिलीज हुई थी। इसमें ऋषि कपूर और इरफान खान ने एकसाथ काम किया था। इरफान खान का बुधवार और ऋषि कपूर का गुरुवार को निधन हुआ। इरफान को ब्रेन कैंसर और ऋषि को ब्लड कैंसर था।

क्या है कोलन इंफेक्शन, जिससे हुई एक्टर इरफ़ान की मौत

कोलन इंफेक्शन (Colon Infection) के कारण बॉलिवुड के दिग्गज अभिनेता इरफान खान का निधन हो गया है। इरफान करीब दो साल से भी अधिक समय से न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से जूझ रहे थे और पूरी हिम्मत के साथ इस बीमारी से बाहर आ रहे थे। लेकिन पिछले दिनों उन्हें कोलन इंफेक्शन यानी मलाशय में संक्रमण की समस्या हुई और इसी के चलते उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली।

क्या होता है कोलन?
कोलन यानी मलाशय हमारे शरीर में पाचन तंत्र का ही हिस्सा होता है। जब हम भोजन ग्रहण करते हैं तो हमारा शरीर भोजन को पचाने के बाद लिक्विड और हार्ड मटीरियल को अलग-अलग कर देता है। यह काम आंतों में होता है। इसके बाद वेस्ट मटीरियल कोलन में जमा होता है और मल के रूप में बाहर आता है।

कॉलन में इंफेक्शन के प्रारंभिक लक्षण
जब कोलन में बैक्टीरिया, सूजन या अन्य किसी वजह से संक्रमण होता है तो शुरुआती स्तर पर कब्ज, पेट दर्द, गैस, थकान, ऊर्जा की कमी और मल त्याग करते समय दिक्कत होती है।

क्यों होता कोलन में इंफेक्शन?
आमतौर पर कोलन में इंफेक्शन ऐसा भोजन लेने के कारण होता है, जिसे पचाने में हमारे पाचन तंत्र को बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है। या जो भोजन हमारे शरीर में ठीक से पच नहीं पाता। इस तरह का वेस्ट फूड हमारे कोलन में जमा होने लगता है, साथ ही पचाने के प्रयास के दौरान जो रासायनिक तत्व हमारे पाचनतंत्र में बने थे, वे भी कोलन में अलग-अलग फॉर्म में जमा होकर उसको नुकसान पहुंचाने लगते हैं।जब स्थिति अधिक गंभीर होती है तो कोलन में बलगम या कफ जमा हो जाता है और मल त्याग करते समय होनेवाली दिक्कतें बढ़ने लगती हैं।

इस तरह रखें कोलन को साफ
कोलन को साफ रखने के लिए सबसे पहले जरूरी है कि आप पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। साथ ही अलग-अलग तरह के पेय पदार्थों का सेवन मौसम और समय के अनुसार करें। जैसे, दूध, दही, छाछ, नींबू पानी इत्यादि। इससे कोलन को साफ करने और पाचन को दुरुस्त रखने में मदद मिलती है।

फाइबर युक्त भोजन
कोलन की सफाई के लिए जरूरी है कि आप अपनी डायट में फाइबर युक्त भोजन को जरूर शामिल करें। ऐसा करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है, शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा मिलती है और शरीर को सभी पोषक तत्व प्राप्त होने के बाद वेस्ट को मल के रूप में निकालने में आसानी होती है। इससे कोलन की नियमित सफाई होती रहती है।

-खिचड़ी का सेवन कोलन की सफाई के लिए काफी लाभदायक होता है। खासतौर पर मूंग की छिलकेवाली दाल का सेवन और मूंग दाल की खिचड़ी का सेवन पाचन तंत्र और कोलन की सेहत के लिए बहुत अधिक लाभकारी होता है।

क्या होता है न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर?
-न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें न्यूरॉकोन्ड्रिया के सेल्स में ट्यूमर विकसि होने लगता है। यह ट्यूमर धीरे-धीरे विकसित होकर शरीर के दूसरे अंगों में भी फैलना शुरू कर देता है।

-इस तरह के ट्यूमर में सबसे दुख और चिंता की बात यह होती है कि इस बीमारी के शुरुआती लक्षण किसी भी तरह मरीज के अंदर नहीं दिखाए पड़ते हैं। इसलिए इस बीमारी के बारे में पेशंट को अचानक ही पता चलता है।

-और जब शरीर में इस बीमारी के लक्षण आने शुरू होते हैं तो ये इस बात पर अधिक निर्भर करते हैं कि यह ट्यूमर शरीर के किस हिस्से के न्यूरॉकाइन्ड्रिया में विकसित हुआ है।

-हालांकि इस बीमारी के कुछ केसेज पेशंट्स में त्वचा में संवेदनशीलता की कमी और ब्लड शुगर का घटना-बढ़ना देखा जाता है।

इलाज से जुड़ी बात
-न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर का इलाज भी इसके लक्षणों के आधार पर इसी बात पर निर्भर करताहै कि यह ट्यूमर शरीर के किस हिस्से में हुआ है।

-इसी आधार पर निर्णय लिया जाता है कि इसके लिए सर्जरी की जाएगी, कीमोथेरपी कब होगी या रेडिएशन के जरिए रोग को दूर करने की संभावना बन रही है या नहीं।

Lockdown-2/ नहीं मिलेगी 3 मई के बाद भी पूरी छूट: गृह मंत्रालय

नई दिल्ली। यदि आप सोच रहे हैं कि 3 मई के बाद लॉकडाउन खत्म हो जाएगा तो ऐसा मुश्किल है। आज गृह मंत्रालय ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि लॉकडाउन को 3 मई से आगे भी बढ़ाया जाएगा लेकिन कई जिलों में लोगों और सेवाओं को काफी छूट दी जा सकती है। कोरोना वायरस (coronavirus) के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को सबसे पहले देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसे बाद में 3 मई तक बढ़ा दिया गया। अब इसकी भी अवधि समाप्त होने वाली है।

गृह मंत्रालय की प्रवक्ता ने अपने एक ट्वीट में कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए नए दिशानिर्देश 4 मई से प्रभावी हो जाएंगे, जो कई जिलों को काफी हद तक राहत देंगे। इस संबंध में विवरण आने वाले दिनों में सूचित किया जाएगा। गृह मंत्रालय की ओर से यह भी बताया गया कि आज लॉकडाउन की स्थिति पर एक व्यापक समीक्षा बैठक की। अब तक लॉकडाउन के कारण स्थिति में जबरदस्त लाभ और सुधार हुआ है। हम इस लाभ को आगे गंवा नहीं सकते। लॉकडाउन दिशानिर्देशों को 3 मई तक सख्ती से पालन करना चाहिए।

देश में कोरोना वायरस से अब तक 1008 लोगों की मौत
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या 31,787 हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1813 नए मामले सामने आए हैं और 71 लोगों की मौत हुई है। वहीं, देश में कोरोना से अब तक 1008 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि राहत की बात यह है कि 7797 मरीज इस बीमारी को हराने में कामयाब भी हुए हैं।

देश में 129 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना के हॉटस्पॉट्स हैं
देश में कुल 739 जिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि इनमें से 300 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक कोरोना का एक भी केस सामने नहीं आया है। इसके अलावा 300 अन्य ऐसे भी जिले हैं जहां कोरोना वायरस संक्रमण के बहुत ही कम केस हैं। देश में 129 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना के हॉटस्पॉट्स हैं।

समर्थन मूल्य पर अब तक 105 लाख टन से ज्यादा गेहूं की खरीद

नई दिल्ली। चालू सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP ) पर गेहूं(Wheat) की खरीद बढ़कर 105 लाख टन से ज्यादा हो गई है। अब तक हुई कुल खरीद में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश की है, जबकि उत्तर प्रदेश और राजस्थान से खरीद सीमित मात्रा में ही हो पा रही है।

भारतीय खाद्य निगम (FCI ) की ओर से अब तक की गई कुल खरीदी में पंजाब की हिस्सेदारी 53.79 लाख टन है, जबकि हरियाणा से 26.55 लाख टन गेहूं खरीदा गया है। मध्य प्रदेश से अब तक 19.74 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। पंजाब और मध्य प्रदेश से गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू हुई थी, जबकि हरियाणा से खरीद 20 अप्रैल से।

उत्तर प्रदेश और राजस्थान से खरीद कम
उत्तर प्रदेश और राजस्थान से खरीद अब तक कम रही है। गेहूं के सबसे बड़े उत्पादक उत्तर प्रदेश से चालू रबी में समर्थन मूल्य पर 4.54 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका है, जबकि राजस्थान से खरीद एक लाख टन से भी कम हुई है। उत्तर प्रदेश और राजस्थान से गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू हुई थी और इन राज्यों से चालू रबी में खरीद का लक्ष्य क्रमशः 55 और 17 लाख टन का तय किया गया है, जबकि पिछले रबी में उत्तर प्रदेश से 37 लाख टन और राजस्थान से 14.11 लाख टन गेहूं की खरीद हो पाई थी।

407 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य
चालू सीजन में 407 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा गया है, जबकि पिछले रबी सीजन में समर्थन मूल्य पर 341.32 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। पंजाब से चालू रबी सीजन में खरीद का लक्ष्य 135 लाख टन और हरियाणा से 95 लाख टन तय किया गया है। जबकि पिछले रबी में इन राज्यों से क्रमशः 129.12 लाख टन और 93.20 लाख टन खरीद की गई थी। मध्य प्रदेश से चालू रबी में खरीद का लक्ष्य 105 लाख टन का है, जबकि पिछले रबी में खरीद 67.25 लाख टन की हुई थी।