जाँच में अब तक 81 लाख आधार कार्ड पाए गए फर्जी

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उत्तर प्रदेश के देवबंद से पकड़े गए एक आतंकी से पूछताछ में  जांच एजेंसियों के होश उड़ गए, जब पता चला कि संबंधित आतंकी ने आधार कार्ड बनवा रखा था

नई दिल्ली।आधार एनरॉलमेंट एंड अपडेट रेग्यूलेशंस एक्ट 2016 के वजूद में आने के महज एक साल के अंदर इस साल अगस्त महीने तक करीब 81 लाख आधार कार्ड को ब्लॉक किया जा चुका है। आधार की छानबीन के बाद यूआईडीएआई ने इस आशय की कार्रवाई की है।

हालांकि आधार कार्ड बनवाते समय कई कड़े मापदंडों का पालन करना पड़ता है, मगर बीते दिनों उत्तर प्रदेश के देवबंद से पकड़े गए एक आतंकी से पूछताछ में तब जांच एजेंसियों के होश उड़ गए जब पता चला कि संबंधित आतंकी ने आधार कार्ड बनवा रखा था।

दरअसल फर्जी आधार कार्ड के सामने आने का सिलसिला तब शुरू हुआ जब सरकार ने सरकारी योजनाओं का लाभ हासिल करने के लिए अधिकार कार्ड अनिवार्य कर दिया। इसके बाद कार्ड बनाने वाली संस्था यूएचडीएआई ने आधार कार्ड की जांच शुरू की।

इस क्रम में करीब 81 लाख आधार कार्ड के लिए दिए गए कागजात और बायोमेट्रिक डाटा सही नहीं पाए गए। यूआईडीएआई ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच में संदिग्ध पाए गए आधार कार्डों को ब्लॉक कर दिया।

सरकार के लिए चिंता की बात यह है कि हाल के दिनों में कुछ आतंकियों द्वारा आधार कार्ड बनाने में सफलता हासिल कर लेने की बात सामने आई है। इसके बाद आधार कार्ड की जांच प्रक्रिया तेज कर दी गई है।

देश में 1.12 अरब आधार कार्ड
इस समय देश में एक अरब 12 करोड़ लोगों के पास आधार कार्ड हैं। यह देश की जनसंख्या का करीब 89 फीसदी है। सरकार आधार कार्ड को सभी मद में अनिवार्य बनाना चाहती है। इस मामले से जुड़ा विवाद फिलहाल सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है।