तनावमुक्त कोचिंग के लिए पढ़ाई के साथ कल्चरल एक्टिविटी भी हों

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छात्र-छात्राएं यदि व्यक्तिगत या शैक्षणिक परेशानी के कारण अशांति, निराशा, अकेलापन, घुटन या अवसाद महसूस करते हों तो अपनी प्रॉब्लम कोचिंग संस्थान के काउंसलर से मिलकर साझा करें

कोटा। शिक्षा नगरी में देश के सभी राज्यों से कोचिंग के लिए आने वाले विद्यार्थियों में मानसिक तनाव बढना चिंता का विषय है, इसे कम करने के लिए शनिवार को राज्य बाल सरंक्षण आयोग अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित ‘ बस अब और नहीं’ जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखकर रवाना किया।

रैली में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति एवं चाइल्ड लाइन के सदस्यों ने भाग लिया। आयोग अध्यक्ष चतुर्वेदी ने कहा कि सभी के प्रयासों से कोचिंग संस्थानों में शिक्षा का माहौल तनावमुक्त बनाया जाए।

उन्होंने कोचिंग संस्थानो एवं स्कूलों के प्रतिनिधियों से अपील की कि वे संस्थानों में ऐसे अवेयरनेस रैली, स्पोटर्स, डिबेट, म्यूजिक, ड्राइंग व कल्चरल एक्टिविटी नियतिम रूप से आयोजित करें ताकि प्रतिस्पर्धा के वातावरण में कोचिंग विद्यार्थियों का मानसिक तनाव कम हो सके।

छात्र-छात्राएं यदि व्यक्तिगत या शैक्षणिक परेशानी के कारण अशांति, निराशा, अकेलापन, घुटन या अवसाद महसूस करते हों तो अपनी प्रॉब्लम कोचिंग संस्थान के काउंसलर से मिलकर साझा करें। रैली में विभिन्न शैक्षणिक व स्वयंसेवी संस्थाओं के 2 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने हाथों में प्रेरक तख्तियां लेकर जागरूकता के लिए पैदल मार्च किया।

इस मौके पर डॉ. एम.एल. अग्रवाल, जिला बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष हरीश गुरूबक्षाणी, उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग राकेश वर्मा, जिला बाल सरंक्षण इकाई के दिनेश शर्मा सहित विभिन्न प्रतिनिधि मौजूद रहे।