हैंगिंग ब्रिज ट्रैफिक के लिए तैयार, कल होगा लोकार्पण

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हैंगिंग ब्रिज कोटा में चम्बल नदी पर 

उदयपुर में पीएम करेंगे लोकार्पण

समारोह का सीधा प्रसारण होगा ब्रिज पर

कोटा। करीब 11 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिर हैंगिंग ब्रिज पर वाहन दौड़ने लगे। 29 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उदयपुर में होने वाले समारोह में ब्रिज का उद्‌घाटन करेंगे। उससे पहले प्रशासन की ओर से शनिवार को ट्रैफिक का ट्रायल शुरू किया गया।

ब्रिज 28 अगस्त की शाम चार बजे बंद कर दिया जाएगा। फिर 29 को उद्‌घाटन के बाद ही इस पर आवागमन शुरू किया जाएगा। सांसद ओम बिरला ने शनिवार की शाम ब्रिज पर वाहनों का आवागमन शुरू किया। महापौर महेश विजय, यूआईटी अध्यक्ष आर के मेहता, विधायक चंद्रकांता मेघवाल मौजूद थे।

देश में ऐसा पहला हैंगिंग ब्रिज
चंबल नदी पर बना यह सिंगल लेन केबल स्टैंड ब्रिज देश में अपनी तरह का पहला ब्रिज होगा। इसकी डिजाइन फ्रांस से तैयार कराई गई है। इसके बनने से ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर पूरा हो गया है। 350 मीटर का है हैंगिंग पार्ट, जो देश के अन्य सभी हैंगिंग ब्रिज से बड़ा है। यह राजस्थान का पहला हैंगिंग ब्रिज है।

शहर को ये बड़े फायदे : कम हो जाएंगे रोड एक्सीडेंट 

  • जयपुर से बारां जाने वाले वाहन अभी बड़गांव से चंबल ब्रिज, अंटाघर चौराहा होते हुए जाते हैं, इसके बनने के बाद वाहन हैंगिंग ब्रिज से होकर बाईपास से बारां जा सकेंगे।
  • चित्तौड़-उदयपुरसे बारां झालावाड़ जाने वाले वाहनों शहर के भीतर आने की बजाय हैंगिंग ब्रिज से होकर निकल जाएंगे।
  • रावतभाटासे झालावाड़ रोड जाने के लिए चंबल ब्रिज तक का 16 किमी लंबा चक्कर नहीं लगाना होगा।
  • जयपुर-जबलपुर हाइवे अभी शहर के बीच से गुजर रहा है। अब ये ट्रैफिक भी बाईपास से ही गुजर जाएगा।
  • शहर में हर साल औसतन 125 मौतें एक्सीडेंट में होती हैं। इसमें से करीब 50 मौतें भारी वाहनों के कारण होती हैं। इस ब्रिज के शुरू होने से भारी वाहन शहर में नहीं आएंगे और एक्सीडेंट रुकेंगे।

उदयपुर-भोपाल-ग्वालियर जोड़ेगा
इससे दिल्ली, जयपुर, बीकानेर, अजमेर उदयपुर से झालावाड़ होते हुए भोपाल, इंदौर तथा बारां होते हुए शिवपुरी, ग्वालियर के लिए जाने आने की सुविधा मिलेगी।