JEE MENS : कल्पित का रिकॉर्ड लिम्का बुक में

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  • कल्पित कोटा कोचिंग जेईई मेन्स देने वाले पहले स्टूडेंट हैं, जिनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकाॅर्ड्स में शामिल किया है।

  •  कल्पित पहले स्टूडेंट है, जिन्होंने इंजीनियरिंग की सबसे बड़ी परीक्षा जेईई मेन्स में 360 में से 360 अंक हासिल किए हैं।

कोटा। जेईईमेन्स 2017 में 360 में से 360 अंक हासिल करने वाले कल्पित वीरवाल ने अब अपना नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड्स में दर्ज करवा लिया है। लिम्का बुक की ओर से ही कल्पित का नाम शामिल करने की पहल की गई थी।

जेईई मेन्स का रिजल्ट आने के बाद लिम्का बुक के प्रतिनिधियों ने कल्पित से संपर्क किया और एक प्रारूप में सभी जानकारियां मांगी। इसके बाद साल 2018 के एडिशन में उनका नाम एजुकेशन अचीवमेंट में शामिल कर लिया गया। कल्पित वर्तमान में आईआईटी मुंबई की सीएस ब्रांच में पढ़ रहे हैं।

संभवत: कल्पित कोटा कोचिंग जेईई मेन्स देने वाले पहले स्टूडेंट हैं, जिनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकाॅर्ड्स में शामिल किया है। वहीं, कल्पित पहले स्टूडेंट है, जिन्होंने इंजीनियरिंग की सबसे बड़ी परीक्षा जेईई मेन्स में 360 में से 360 अंक हासिल किए हैं।

लिम्का बुक में नाम आने के बाद कल्पित के दोस्तों ने बधाई दी। वहीं उदयपुर में उनके निवास पर भी बधाई देने वालों का तांता बंधा रहा। कल्पित के पिता पुष्करलाल वीरवाल उदयपुर के महाराणा भूपाल गवर्नमेंट हास्पिटल में नर्सिंग कर्मचारी हैं।

साढ़े तीन माह का प्रोसेस : लिम्का बुक का प्रारूप भरने के बाद फाइनल सलेक्शन में करीब साढ़े तीन माह का समय लग गया। मेन्स का रिजल्ट अप्रैल अंत में आया था इसके बाद लिम्का बुक की प्रक्रिया शुरू हुई। रिजल्ट अगस्त मध्य तक ही घोषित किया गया। इससे पहले स्क्रीनिंग, अचीवमेंट एनालिसिस आदि पर काम हुआ।

कल्पित की सफलता कल्पना से परे
कल्पित ने बताया कि पहले 360 में से 360 अंक आने की उम्मीद नहीं थी, इसके बाद लिम्का बुक से जब फोन आया तक भी यह कल्पना नहीं की थी इस बुक में नाम शामिल हो जाएगा।

कल्पित ने बताया कि जिस तरह इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी की थी, उसी सहजता से आईआईटी में पढ़ रहा हूं। किसी भी परीक्षा में स्टूडेंट्स को रिलैक्स होकर परिणाम के दबाव के बिना पढ़ना चाहिए। सफलता अपने आप हासिल हो जाएगी।