सरकार तय करेगी बड़े होटलों की थाली में खाना

853
नई दिल्ली ।  होटलों में एक शख्स को एक थाली में कितना खाना परोसा जाए, सरकार यह तय करने जा रही है। इसके 2 मकसद हैं। पहला- होटलों में खाने की बर्बादी कम करना। दूसरा- लोग जितना खाएं, उसी का पैसा चुकाएं। नियम लागू होने के बाद मैन्यू में लिखा होगा कि परोसे जाने वाले खाने की मात्रा कितनी है। नियम बनाने से पहले देशभर में सर्वे कर सभी पक्षों से जानकारी ली जाएगी। इसमें लोगों की खुराक, कितनी बार खाना छोड़ते हैं, क्या एक आर्डर पर अलग जगहों पर अलग मात्रा मिलती है? जैसे 25 से 30 सवाल होंगे।
ढाबों और छोटे होटलों को रहेगी इससे छूट
मामले में कन्ज्यूमर मिनिस्ट्री के एक अफसर ने कहा कि ज्यादा मात्रा में खाना परोसे जाने की कीमत लोग क्यों चुकाएं? अगर क्वांटिटी कम होगी तो कीमत भी कम होगी। किसी को ज्यादा चाहिए तो दोबारा ले सकता है। नया नियम 6 महीने में लागू हो सकता है। ढाबों और छोटे होटलों को इससे छूट होगी।
बड़े होटलों में परोसा जाता है ज्यादा खाना
न्यूट्रीशनिस्ट  के मुताबिक, एक दिन में एक आदमी को 2 हजार कैलोरी और महिलाओं को 1500 से 1800 कैलोरी चाहिए। एक वक्त के खाने में एक शख्स को 75 ग्राम आटा या तीन रोटी, 30 ग्राम दाल, 35 ग्राम सब्जी, 25 ग्राम सलाद और 50 ग्राम दही भरपूर है। बड़े होटलों में इस लिहाज से ज्यादा खाना दिया जाता है।