झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में मेडकॉर्ड्स को मिली मंजूरी

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डिजिटल इंडिया मिशन :

  • हर रोगी की बनेगी डिजिटल हैल्थ प्रोफाइल।
  • एमओयू से प्रतिवर्ष 5 लाख मरीजों को मिलेगी निःशुल्क डिजिटल रिकॉर्ड सुविधा, डॉक्टर का पर्चा व जांच रिपोर्ट रहेगी सुरक्षित।

अरविंद
कोटा। ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को समय पर सस्ता इलाज मुहैया कराने के उद्देश्य से मेडकॉर्ड्स हेल्थकेअर सिस्टम द्वारा झालावाड़ मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल को डिजिटल किया जाएगा।

इस बारे में शनिवार को कॉलेज के डीन डॉ.आरके आसेरी तथा मेडकॉर्ड्स के सीईओ श्रेयांस मेहता व निखिल बाहेती ने एमओयू किया। मुख्यमंत्री के जिले में ग्रामीण स्तर तक यह सुविधा मिलने से ग्रामीण रोगियों को इलाज में बहुत राहत मिलेगी। 

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सभी विभागों में 100 से अधिक चिकित्सकों को मरीजों के पंजीयन, डिजिटल रिकॉर्ड को देखने तथा सुरक्षित रखने के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। मरीजों के लिए यह डिजिटल सुविधा बिल्कुल निशुल्क रहेगी।

अतिरिक्त प्रिंसीपल (प्रथम) डॉ.दीपक गुप्ता ने कहा कि इससे मरीजों को बहुत फायदा मिलेगा। वो कहीं भी इलाज करवाए, उसके पर्चे और रिपोर्ट्स दोनों उसके पास सुरक्षित रहेंगे। गांवों के मरीजों को यह सुविधा मिलने से स्वस्थ भारत अभियान में यह मील का पत्थर साबित होगा।

डॉक्टर व मरीज दोनों के लिए फायदेमंद
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज को मेडकॉर्ड्स के सहयोग से अत्याधुनिक बनाया जाएगा, ताकि यह कॉलेज देश में उदाहरण बन सके। डिजिटल तकनीक से जुड़ने के बाद रोगियों की पुरानी जांच रिपोर्ट सुरक्षित रहेगी। उन्हें जल्द व सही इलाज मिलेगा। मेडकॉर्ड्स डॉक्टर व मरीज के बीच सेतु का काम करेगा।
– डॉ.आरके आसेरी, डीन, मेडिकल कॉलेज, झालावाड़

डिजिटिल हेल्थकेअर की शुरुआत हाड़ौती से
सांसद ओम बिरला ने निःशुल्क डिजिटल हेल्थ केअर सुविधा से कोटा-बूंदी जिले के हर नागरिक को जोड़ने की पहल की। कोटा में दादाबाडी व रामपुरा सेटेलाइट अस्पताल में इसे चालू किया गया।

जल्द ही यह सुविधा मेडिकल कॉलेज, एमबीएस हॉस्पीटल व जेके लोन हॉस्पिटल में भी प्रारंभ होगी। जहां पूरे संभाग से लाखों मरीज इलाज के लिए आते हैं। 

मेहता ने बताया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के मरीजों के लिए अलग-अलग एप बनाए गए हैं, जो उस क्षेत्र में बीमारियों का सर्वे कर बनाए गए। दुनिया के टॉप-10 स्टार्टअप में शामिल तकनीक को ग्रामीण मरीजों तक पहुंचाना चुनौतीपूर्ण था, जिसे अच्छी सफलता मिल रही है। 

पर्सनल हैल्थ असिस्टेंट है मेडकॉर्ड्स
मेडकॉर्ड्स के सीइओ श्रेयांस मेहता एवं निखिल बाहेती ने कहा कि डिजिटल होने से हर रोगी को मेडिकल प्रोफाइल एक पेज पर मिल जाएगी, जिसे मोबाइल से वह देश-विदेश के विशषज्ञ को भेजकर इलाज करवा सकता है। हमारी व्यस्त दिनचर्या में यह पर्सनल हैल्थ असिस्टेंट की भूमिका निभाएगा।