CA बनने के लिए अब दो की जगह देने होंगे चार पेपर, GST भी शामिल

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नई दिल्ली।  12वीं पास करने वाले स्टूडेंट्स अगर चार्टर्ड अकाउंटेंट यानी सीए बनने की ख्वाहिश रखते हैं तो उनका प्रवेश पाना अब पहले के मुकाबले अधिक कठिन हो गया है। एंट्रेस एग्जाम के लिए होने वाली शुरुआती परीक्षा कॉमन प्रोफिशिएंसी टेस्ट यानी सीपीटी का नाम बदलकर फाउंडेशन कोर्स किया गया है।

एंट्रेंस के लिए पहले दो पेपर होते थे लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ाकर चार कर दी गई है। 11 जुलाई 2017 से सीए के फाउंडेशन कोर्स से लेकर इंटरमीडिएट और फाइनल कोर्स के सिलेबस में भी बदलाव कर दिया जाएगा।

सीए में एंट्रेंस से जुड़े बदलावों को ऐसे समझें:

  •  100 अंकों के अब तक दो पेपर होते थे लेकिन अब ऐसे ही चार पेपर होंगे।
  • पेपर नंबर 1 और पेपर नंबर 2 में सब्जेक्टिव और पेपर नंबर 3 और 4 में आॅब्जेक्टिव प्रश्न होंगे।
  •  पेपर नंबर 3 और 4 में नेगेटिव मार्किंग भी होगी। ऐसा होने से सीए में ऐडमिशन मिलना और भी मुश्किल हो गया है।
  • पास होने के लिए हर पेपर में औसतन 50 प्रतिशत और हर एक सब्जेक्ट में 40 पर्सेंट मार्क्स लाना आवश्यक है।
  • 1 जुलाई से रजिस्ट्रेशन कराने वाले स्टूडेंट्स का बदले हुए नए कोर्स के हिसाब से ही पंजीकरण होगा। 2018 की मई में नए कोर्स के मुताबिक परीक्षा देनी होगी।

GST को अच्छे से समझें
सीए फाइनल एग्जाम में GST का पेपर बतौर आठवें विषय के रूप में शामिल किया गया है। इसके कुल 8 पेपर होंगे। इसमें इंटरनैशनल टैक्सेशन, इकनॉमिक लॉ, फाइनैंशल सर्विस ऐंड कैपिटल मार्किट आदि विषयों के रूप में 6वें सब्जेक्ट को चुना जा सकेगा।