जीएसटी आज आधी रात से लागू, विरोध में कोटा समेत देश भर में कारोबार बंद

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नई दिल्ली/कोटा । जीएसटी शुक्रवार आधी रात से लागू हो जाएगा। दूसरी ओर देश के कारोबारियों ने इसके विरोध में भारत बंद का एलान किया है । राष्ट्रीय उद्योग एवं बाजार मंडल, भारतीय व्यापार उद्योग मंडल ने शुक्रवार को देशभर में उद्योग एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान किया है। प्रदेश के एक हजार से अधिक व्यापार संगठनों ने भी कारोबार बंद रखने की घोषणा की है। प्रदेश में ट्रकों के पहिए थमे रहेंगे। भारत बंद के समर्थन में कोटा बंद की घोषणा की है

फैडरेशन राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि फोर्टी, राजस्थान चैंबर, जयपुर व्यापार महासंघ एवं राजस्थान खाद्य पदार्थ संघ के नेतृत्व में बंद का आह्वान किया गया है। जीएसटी अभी जम्मू और कश्मीर को छोड़कर देशभर में लागू होगा। इसे यादगार बनाने के लिए केंद्र ने आधी रात संसद के सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम रखा है।

यह कार्यक्रम रात 11 बजे शुरू होकर एक घंटे तक चलेगा। जीएसटी में पिछली सरकार की भूमिका को देखते हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा भी बुलाए गए हैं। लेकिन कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने सरकार के इस मेगा इवेंट का बहिष्कार कर दिया है। मनमाेहन भी नहीं जाएंगे। हालांकि, देवगौड़ा मौजूद रहेंगे। कांग्रेस के अलावा वामदल, सपा, डीएमके टीएमसी भी सम्मेलन में नहीं आएगी।

जीएसटी के विरोध में आज कोटा भी बंद
कोटा। कोटा व्यापार महासंघ ने व्यापारियों पर बिना तैयारियों और टैक्स की दरों में विसंगतियां दूर किये बिना जीएसटी थोपने का विरोध किया है। पत्रकार वार्ता में गुरुवार को महासंघ ने कोटा बंद की घोषणा की। महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन और महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि भारत बंद के समर्थन में कोटा बंद की घोषणा की है।

इस अवसर पर राजस्थान कपडा व्यापार महासंघ के प्रदेश अध्य्क्ष गिरिराज न्याति , राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के महामंत्री राजेंद्र खंडेलवाल दी एसएसआई के संस्थापक अध्यक्ष गोविंदराम मित्तल, फोर्टी के संभागीय अध्यक्ष परसराम झामनानी कर बाजार संघ के अध्यक्ष हरविंदर सिंह, खुदरा किराना विक्रेता संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामविलास जैन लघु उद्योग भारती के प्रांतीय अध्यक्ष अचल पोद्दार समेत कई व्यापार संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे। सबने इसे जल्दबाजी में उठाया गया कदम बताया है। कहा है कि इसे एकदम से लागू करने के पहले समय दिया जाना चाहिए था। करों की दरों में जो विसंगतियां हैं उन्हें दूर करना भी जरुरी है। 

कपडे पर पहली बार टैक्स
70साल में कपड़े पर कभी टैक्स नहीं लगा। सरकार ने 5 फीसदी टैक्स लगा दिया। उसके बाद भी तय नहीं है कि कौन से कपड़े पर कितना टैक्स लगेगा। कपड़े वाले छोटी-छोटी दुकानों में व्यापार कर रहे हैं। वे कैसे कंप्यूटर लगाएंगे।
-गिर्राज न्याती, प्रदेशाध्यक्ष, कपड़ा व्यापार संघ

व्यापारियों को विश्वास में लेना चाहिए
सरकार की तो पूरी तैयारी है और ही उनका नेटवर्किंग सिस्टम सही है। ऐसे में सरकार जीएसटी को व्यापारियों पर थोप रही है। सितंबर से जीएसटी लागू करना ठीक नहीं है। सरकार को व्यापारियों को विश्वास में लेना चाहिए।
-क्रांति जैन, अध्यक्ष, व्यापार महासंघ

अब कोटा को चुकाना होगा 2800 करोड़ तक का टैक्स
अभी कोटा का सालाना टर्न ओवर करीब 36 हजार करोड़ से ज्यादा है। इसमें कोचिंग का 3000, बिल्डिंग मेटेरियल का 2500, किराना का 2500, ग्रेन मंडी का 3000, कपड़ा और रेडिमेड का 1200, इलेक्ट्रॉनिक्स 500, बर्तन 200, फर्टिलाइजर्स 1000 करोड़ का कारोबार शामिल है। अभी तक कोटा के व्यापारी 300 करोड़ इनकम टैक्स, 450 करोड़ सर्विस टैक्स, 400 करोड़ वैट और करीब 750 करोड़ रुपए का अन्य टैक्स देते थे। करीब 1900 करोड़ रुपए टैक्स में देते हैं। अब यह टैक्स बढ़कर 2500 से 2800 करोड़ रुपए हो जाएगा।
अशोक माहेश्वरी ,महामंत्री कोटा व्यापार महासंघ

बंद में प्रदेश की अनाज मंडियां भी शामिल : कोटा सीड्स एंड ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश राठी ने बताया कि जिंस से टैक्स हटाने और समय बढ़ाना चाहिए। बंद में प्रदेश की अनाज मंडियां भी शामिल हैं। भामाशाहमंडी भी तीन दिन के लिए बंद रहेगी। डिवीजनल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष रामकल्याण लड्‌ढा महामंत्री राजेश गुप्ता ने हाड़ौती बंद का समर्थन किया है। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अनुसार सीबीएसई स्कूल बंद रहेंगे। ऑटो यूनियन के सभी पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऑटो बंद नहीं होंगे। शॉपिंग सेंटर फर्नीचर मार्केट संघ के अध्यक्ष इलियास अंसारी ने भी बंद का समर्थन किया है।