जीएसटी के विरोध में देश भर के व्यापारी लामबंद , तीन दिन बंद रहेंगे कपड़ा बाजार

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कोटा। जीएसटी स्लेब में विसंगतियां को लेकर पूरे देश में विरोध शुरू हो चुका है। चाहे वह कपडा व्यापारी हो या कोई दूसरे ट्रेड का। आधी अधूरी तैयारियॉं के बीच जीएसटी मंजूर नहीं। कपड़े पर जीएसटी लगाने के विरोध में हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन ने 27 से 29 जून तक कपड़ा व्यापारियों की हड़ताल का आह्वान किया है।

देशभर के कपड़ा व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडलों की दिल्ली में बैठक हुई। एसोसिएशन के प्रधान अरुण सिंहानिया, उप प्रधान भगवान बंसल व महामंत्री मुकेश सचदेवा ने संयुक्त बयान में सरकार से अपील की  है कि कपड़े पर जीएसटी लगाने के बारे में वह पुनर्विचार करे। 30 जून की जीएसटी काउंसिल की बैठक में व्यापारियों, कर्मचारियों व उनके परिवारों व जनता पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव को रोकने के लिए पुनर्विचार किया जाना चाहिए। 

वहीं राजस्थान कपडा व्यापार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष गिरिराज न्याति ने LEN-DEN NEWS  को बताया कि व्यापारी जीएसटी के विरोध में नहीं हैं। परन्तु सरकार जिस तरह बिना तैयारी के इसे थोप रही है ,वह अनुचित है। जिस कपडे पर 70 वर्ष में कोई टैक्स नहीं लगाया , उस पर टैक्स लगाया जा रहा है। इस बात को लेकर पूरे देश में विरोध किया जा रहा है।  एक हजार तक कीमत वाले कपड़े पर पांच फीसद व इससे ऊपर की कीमत होने पर 12 फीसद जीएसटी लगाना जनहित में नही है।आइये जाने इस वीडियो के माध्यम से उनके विचार…..

कपडे पर जीएसटी को लेकर ही नहीं अपितु कई ऐसे आइटम हैं जिन पर जीएसटी काउन्सिल ने करों की दरों में विसंगतियां छोड़ दी है। इससे करदाता डीलर्स में काफी असंतोष है। धीरे – धीरे असंतोष की ज्वाला सुलग रही है। इसके विरोध में देश भर के व्यापारी लामबंद हो चुके हैं । 

कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने LEN-DEN NEWS चैनल को बताया कि भारत बंद की तैयारियां चल रही है हैं। राजस्थान में भी बंद को लेकर संघर्ष समिति बन चुकी है। समिति यदि बंद की घोषणा करती है तो महासंघ  उसका समर्थन करेगा। तो आइये सुने महासंघ के महासचिव माहेश्वरी जीएसटी को लेकर क्या सोचते हैं और क्या आने वाले समय में डीलर्स को परेशानी आएगी। देखें वीडिओ…