अब मरीजों का रिकॉर्ड मेडकॉर्ड्स से होगा डिजिटल

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*अरविन्द 

अच्छी पहल : कोटा में मरीजों की मेडकॉर्ड्स से बनने लगी डिजिटल मेडिकल प्रोफाइल। शनिवार से दादाबाड़ी डिस्पेंसरी में मिलेगी यह निशुल्क सुविधा। क्षेत्र के सालाना 70 हजार मरीजों का हेल्थ रिकॉर्ड रहेगा सुरक्षित।

कोटा। दादाबाड़ी क्षेत्र के मरीजों में डॉक्टर का पर्चा या जांच रिपोर्ट गुम हो जाने का डर खत्म हो जाएगा। शनिवार को सांसद ओम बिरला ने दादाबाड़ी सरकारी डिस्पेंसरी में मेडकॉर्ड्स डिजिटल हेल्थ केअर सुविधा का शुभारंभ  किया ।

डिस्पेंसरी प्रभारी डॉ.राजेंद्र शर्मा के अनुसार, आसपास के क्षेत्र से प्रतिमाह 7000 से अधिक रोगियों को डॉक्टर्स के पर्चे व जांच रिपोर्ट सुरक्षित रखने की सुविधा मिलने से गरीब वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि डिस्पेंसरी में लगी मेडकॉर्ड्स डिवाइस में मरीज का नाम रजिस्टर्ड होने के बाद मोबाइल पर उन्हें सारा हेल्थ रिकॉर्ड निशुल्क मिलता रहेगा। एक बार डॉक्टर को दिखाने के बाद आजीवन डाटा सुरक्षित होने से रोगी अपने मोबाइल से कहीं भी किसी भी विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श ले सकेंगे। 

एक माह पूर्व कोटा से हुई शुरुआत
इससे पहले 9 मई को भीमगंजमंडी सरकारी डिस्पेंसरी में डिजिटल हेल्थकेअर के लिए ‘मेडकॉर्ड्स’ की सुविधा चालू की गई। शहर के दो आईटी ग्रेजुएट्स व को-फाउंडर श्रेयांस मेहता, निखिल बाहेती की टीम ने पीएम  नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के तहत हेल्थ केअर को डिजिटाइज करने की शुरूआत सबसे निचले स्तर पर कोटा की सरकारी डिस्पेंसरी से की। इन दिनों राजस्थान, मप्र, गुजरात, महाराष्ट्र, असम, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, उप्र, बिहार, झारखंड व हिमाचल प्रदेश के हजारों रोगी इसका लाभ उठा रहे हैं।

25 दिन में 175 गांवों के हजारों रोगियों को लाभ
भीमगंजमंडी डिस्पेंसरी में डॉ.सुधीर उपाध्याय ने बताया कि क्षेत्र में अब तक 4533 रोगी अपने हैल्थ रिकार्ड डिजिटाइज कर चुके हैं, जिससे मरीजों का डायग्नोसिस करने में कम समय लग रहा है। इनमें 175 गांवों के मरीज शामिल हैं। झालवाड़ से 382, राजगढ़ मप्र से 380, बूंदी से 270, बारां से 176, छबड़ा से 75, रायपुर से 71, इटावा से 65 तथा आगर मप्र से 52 रोगियों ने मेडकॉर्ड्स पर अपना हैल्थ रिकॉर्ड डिजिटल सुरक्षित किया। वे अपने रिकॉर्ड को मोबाइल पर निशुल्क अपलोड कर सकते हैं।

ऐसे तैयार करें मेडिकल प्रोफाइल
उन्होंने बताया कि डिस्पेंसरी में रोगी को एक बार मेडकार्ड्स पर लॉगइन करना है। इसमें नाम, मोबाइल नंबर व क्षेत्र भरते ही वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) मोबाइल पर आएगा, उसे भरते ही रोगी का अकाउंट खुल जाएगा। वह अपने सारे मेडिकल रिकॉर्ड अपलोड कर सकता है। इससे भविष्य के लिए मरीज की मेडिकल प्रोफाइल बन जाएगी। जिसे किसी भी विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाना संभव हो सकेगा।

यह मिलेगा फायदा
डॉक्टर्स के प्रेस्क्रिप्शन तथा जांच रिपोर्ट मोबाइल पर उपलब्ध होने से रोगियों को देश-विदेश
के विशेषज्ञों से परामर्श मिल सकेगा। उनमें बीमारी के समय डॉक्टर का पर्चा या जांच रिपोर्ट गुम होने का भय खत्म हो जाएगा। रोगी हेल्पलाइन नंबर 7816811111 पर अन्य जानकारी ले सकते हैं।

अगला चरण रामपुरा सेटेलाइट में
कोटा शहर के सभी सरकारी अस्पतालों में निशुल्क मेडकॉर्ड्स डिजिटल हेल्थकेअर सुविधा चालू करने की योजना पर काम हो रहा है। अगले चरण में जल्द ही रामपुरा सेटेलाइट अस्पताल में यह सुविधा शुरू की जाएगी। जल्द ही मेडकॉर्ड्स के जरिए एमबीएस हॉस्पिटल एवं जेके लोन हॉस्पिटल के हजारों मरीजों के डिजिटल रिकॉर्ड को सुरक्षित ढंग से मोबाइल पर उपलब्ध कराने की योजना प्रारंभ होगी। दो एनजीओ ने इसमें सहयोग करने में रूचि दिखाई। 30 जुलाई को श्रीराम मंदिर, स्टेशन की जांच लैब को भी इससे डिजिटाइज किया जाएगा।