JEE Advanced : अंतिम 5 दिन में ऐसे करें तैयारी

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जेईई-एडवांस्ड की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए “लेन-देन न्यूज़ ” की सौगात

कोटा को छोड़कर देश के 120 शहरों में 21 मई को 1.74 लाख विद्यार्थी 23 आईआईटी की 11,100 सीटों पर एडमिशन के लिए जेईई-एडवांस्ड की परी़क्षा देंगे। जिसकी तैयारी के लिए  len-den news की ओर से नेशनल एक्सपर्ट – विशाल जोशी, निदेशक, न्यूक्लियस एजुकेशन और नरेंद्र अवस्थी, निदेशक, वायब्रेंट एकेडमी आपको टिप्स दे रहे हैं –

अंतिम 5 दिन में ऐसे तय करें जीत की मिस्ट्रीे , दो राउंड में करें जेईई-एडवांस्ड का पेपर

आईआईटी में दाखिले के लिए सबसे कठिन परीक्षा जेईई-एडवांस्ड परीक्षा सामने है, इसलिए सभी परीक्षार्थियों के लिए अंतिम 5 दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं। विद्यार्थियों ने जिस जोश व उत्साह के साथ पूरे वर्ष तैयारी की है, उस आत्मविश्वास को पेपर देने तक बनाए रखें। 21 मई को पेपर देने जाते समय ध्यान रहे कि हम जेईई-एडवांस्ड का पेपर देने जा रहे हैं, किसी ओर बात पर ध्यान न जाए।

  • अंतिम  दिनों में तनावमुक्त होकर 8 घंटे नींद अवश्य लें। रिलेक्स रहने का प्रयास करें।
  • अपने बायोलाॅजिकल सिस्टम को नहीं बदलें। रात में सोने का समय अंतिम दिनों में नहीं बदलें।
  • देर रात तक पढने की आदत हो या सुबह जल्दी उठकर पढ़ते हों, उसे फोलो करें।
  • बचे हुए दिनों में तीनों सब्जेक्ट में कोई नया चेप्टर नहीं देखें। एक्स्ट्रा नहीं पढें़। केवल जेईई-एडवांस्ड के पुराने पेपर साॅल्व करते रहें, जिससे
  • किसी भी चेप्टर के वैटेज का पता चल जाए। आत्मविश्वास के साथ पेपर देने का फ्लेवर मन में बना रहे।
  • दिमाग को हमेशा कंसेप्चुअल रखें, प्रतिवर्ष आईआईटी द्वारा पेपर पैटर्न में मामूली बदलाव किए जाते हैं।
  • अपनी तैयारी पर 100 प्रतिशत भरोसा रखें।
  • पेपर हल करते समय उसे 2 राउंड में साॅल्व करें। पहले राउंड में ऐसे आसान क्वेश्चन चुनें, जिनमें समय बच सकता है। दूसरे राउंड में थोडे़
  • कठिन सवालों को लें, पहले राउंड के बचे हुए समय को इनमें लगाए। इससे टाइम मैनेजमेंट सही रहेगा।
  • पेपर-1 तथा पेपर-2 दोनों समान महत्व रखते हैं। पेपर-1 देने के बाद क्वेश्चन या माक्र्स की तुलना न करें।
  • 12 से 2 बजे के बीच कूल माइंड से केवल पेपर-2 के बारे में सोचें।
  • दोनों पेपर में आसान, एवरेज व कठिन प्रश्नों का मिश्रण होता है, इसलिए इसमें समय न गवाएं।
  • पुराने जेईई-एडवांस्ड पेपर की प्रेक्टिस करते समय फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ्स तीनों में जिस सीक्वेंस से प्रश्न हल किए, मेन पेपर को अटैम्प्ट करते समय सीक्वेंस को बदले नहीं।
  • पेपर में स्कोर के लिए निगेटिव मार्किंग महत्व रखती है, इसलिए किसी ंकठिन प्रश्न में 2 अंक माइनस होने का संशय हो तो उसे छोड़ना बेहतर है।
  • याद रहे, आपने जेईई-एडवांस्ड के पेपर में 60 से 70 प्रतिशत प्रश्न आत्मविश्वास के साथ हल किए हैं, तो आप सुरक्षित जोन में रहेंगे।