रासायनिक खादों पर निर्भरता छोड़ी जाएः चतुर्वेदी

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कोटा। जैविक खेती के प्रति जागरूकता एवं रासायनिक खादों व कीटनाशकों पर कम से कम निर्भरता के लिए सांगोद क्षैत्र के ग्राम मामोर एवं कनवास के पास ग्राम विशनपुरा में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

राम कृष्ण शिक्षण संस्थान भदाना के सचिव पार्षद युधिष्ठिर चानसी ने बताया कि कंज्यूमर यूनिटी ट्रस्ट जयपुर के परियोजना अधिकरी धर्मेंद्र चतुर्वेदी ने किसानों को रासायनिक खाद एवं कीट नाशकों के दुष्प्रभाव बताए। उन्होंने बताया कि राजस्थान के 20 जिलों में जागरूकता कार्यक्रम संचालित किय जा रहे है। मामोर ग्राम में उप सरपंच सीताराम सुमन ने जैविक खेती की ओर लौटने का आव्हान किया।

जल बिरादरी के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजेश विजयवर्गीय ने कहा कि रासायनिक खादों व कीट नाशकों से जल स्त्रोतों में भी प्रदूषण हो रहा है और प्रदूषित पानी से कृषि में सिंचाई से कई प्रकार की बीमारियां हो रही है। गांव के हरि मेघवाल ने जल संरक्षण पर जोर दिया। कैथून के ओम प्रकाश सुमन ने औषधीय पौधों का महत्व बताया।

इसी प्रकार कनवास के पास के ग्राम विशनपुरा में परियोजना अधिकारी धर्मेंद्र चतुर्वेदी एवं पर्यावरणविद् बृजेश विजयवर्गीय ने गोबर की खाद को इस्तेमाल करने के तरीके बताए। भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष गिर्राज चौधरी ने जैविक खेती अपनाने और रासायनिक खादों पर निर्भरता कम से कम करने पर जोर दिया। इस अवसर पर युधिष्ठिर चानसी ने कोटा में चल रही गतिविधियों की जानकारी दी।