माँ बच्चे की सबसे अच्छी दोस्त ही नहीं, सच्ची गुरू भी

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एसआर पब्लिक स्कूल  में  ‘‘ मदर्स डे ” पर  सेमिनार आयोजित 

कोटा। एसआर पब्लिक स्कूल  में चल रहे समर कैंप में रविवार को मदर्स डे स्पेशल सेमिनार आयोजित की गई। बच्चों के साथ साथ उनके माता पिता भी थे। खास बात यह रही सेमिनार में माताओं एवं बच्चों ने उनके अपने-अपने अनुभव साझा किए।

इस अवसर पर बताया कि माँ हर बच्चें की सबसे अच्छी दोस्त ही नहीं गुरू भी होती है । बच्चे को जन्म देने से लेकर उसे एक अच्छा इंसान बनाने तक सभी पड़ावों में माँ अपने बच्चों के जीवन में बहुत अहम भूमिका निभाती है। ये केवल माँ ही है जो अपने बच्चे के चरित्र और पूरे जीवन को आकार देती है।

सभी माँ अपने बच्चे की वृद्धि और विकास में महत्वपूर्णं भूमिका अदा करती है। वो हर एक चीज का ध्यान रखती है जो उसके बच्चे की जरुरत हो। सुबह उठने से लेकर रात के सोने तक वो खुद को अपने बच्चे के लिये पूरी तरह जिम्मेदार समझती है। हमारी माँ हमारे लिये सुरक्षा कवच की तरह होती है , वो हमें परेशानियों से बचाती है।

उतना ही लो थाली में, कि अन्न व्यर्थ न जाए नाली में

सेमिनार के पहले चरण में चारू बहेड़िया ने अन्नपूर्णा प्रोजेक्ट के अतंर्गत बच्चों को बताया कि उतना ही लो थाली में, कि अन्न व्यर्थ न जाए नाली में। जिस तरह विद्यार्थी के लिए हर क्षण कीमती होता है उसी तरह अन्न का हर कण भी कीमती है। अन्न में भगवान बसता है उसका आदर करें एवं भगवान का शुक्रिया अदा करें।

हर चीज उम्र के अनुसार ही शोभा देती है

सेमिनार के दूसरे चरण में  निर्मला मारू ने बच्चों एवं परिजनों को बताया कि फेसबुक, फैशन, फास्ट फूड से किस प्रकार बच्चों को दूर रखे । अपनी आदत बदलें 14 वर्ष के पूर्व इनका उपयोग न करें । जब आप लक्ष्य हासिल कर लेंगे तो निश्चित तौर पर यही उपहार स्वरूप आपके परिजन स्वंय देंगे । हर चीज उम्र के अनुसार ही शोभा देती है। बच्चों एवं परिजनो की समस्या का निराकरण किया।

तृतीय चरण में डाॅ. सानिया शर्मा द्वारा मार्गदर्शित किया गया कि किस तरह आप बच्चे के टिफिन को आर्कषक, बना सकते हैं ताकि सभी आवश्यक पोषक तत्व प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेड, आदि बच्चों को मिल सके। और उनका सर्वागींण विकास हो सके। विद्यालय चैयरमैन आनंद राठी, निदेशिका अंकिता राठी प्रचार्या सीमा शर्मा ने कैंप में पधारे सभी परिजनों का आभार व्यक्त  किया ।