आवासीय भूखण्डों पर व्यावसायिक दर से बिजली शुल्क वसूलने का विरोध

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कोटा। कोटा व्यापार महासंघ, इन्द्रा विहार विकास सोसायटी, कोटा हॉस्टल ऐसो., राजीव गांधी नगर हॉस्टल एसो., महावीर नगर दुकानदार संघ, मैंन तलवण्डी व्यापार संघ, वार्ड पार्षद भा. ज. पा. एवं कांग्रेस के नेताओं की सर्वदलीय बैठक छावनी स्थित  रेस्टोरन्ट पर आयोजित की गई। जिसमें आवासीय भूखण्डों पर व्यावसायिक दर से बिजली शुल्क वसूलने का विरोध किया। 

साथ ही तय किया कि स्मार्ट इलेक्ट्रिक मीटर न लगवाने एवं लगे हुये मीटरो को तुरन्त हटवाया जाये। आंदोलन के प्रथम चरण के तहत गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया जायेगा। उसके पश्चात आगे के आंदोलन की रणनीति तय की जायेगी।

बैठक में मौजूद सभी व्यापारी, उद्यमी, पार्षद एवं जनप्रतिनिधियों ने जयपुर विद्युत वितरण लि. द्वारा कोटा शहर में पांच कमरो से अधिक किराये पर देने पर वहॉं का बिजली का बिल व्यवसायिक दर से लिये जाने वाले कानून को गलत बताया।महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि सरकार द्वारा यह काला कानून कोटा शहर में ही क्यों लागू किया गया, जबकि पूरे देश में आवासीय परिसर में निवास करने वाले किरायेदारो को भी आवासीय श्रेणी में माना जाता है।

महानगरो की बिल्डिंगों में तो सैकड़ो की तादाद में किरायेदार निवास करते है, तो कोटा के साथ ही यह भेदभाव क्यो किया जा रहा है। कोटा के सभी वर्गो ने इसको अस्वीकार करके इसके खिलाफ जन आंदोलन छडने का निर्णय लिया। बैठक में मौजूद सभी प्रतिनिधियों ने KEDL द्वारा शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध करते हुये कहा इन मीटरो के लगने से उपभोक्ताओं को भारी राशि के बिल मिल रहे है।

बैठक में इन्द्रा विहार विकास सोसायटी के अध्यक्ष छुट्टन लाल शर्मा, सचिव अशोक लड्डा, कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल पूर्व अध्यक्ष गजेन्द्र यादव, राजीव गांधी नगर वेलयफेर सोसायटी के उपाध्यक्ष एश्वर्य जैन, महावीर नगर दुकानदार संघ के सचिव अनिल अरौड़ा, मैंन तलवण्डी व्यापार संघ अध्यक्ष मुकेश भट्टनागर, वार्ड पार्षद गोपाल राम मण्डा, राममंत्री, कांग्रेस के नेता रवीन्द्र त्यागी, विद्या शंकर गौतम, वार्ड पार्षद राखी गौतम आदि मौजूद थे।