शेरगढ़ में साधु के वेश में दिखे सैफ अली खान

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कोटा /झालावाड़। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार रविवार से शेरगढ़ किले में फिल्म कप्तान की शूटिंग शुरू हो गई। सुबह झालावाड़ से रवाना होकर फिल्म के मुख्य कलाकार सैफ अली खान शेरगढ़ पहुंचे।  वे किला परिसर में परवन नदी किनारे शूटिंग स्थल पर सिर पर लम्बा तिलक लगाए, लम्बे व खुले बालों में अलग ही वेश में थे। दरअसल सैफ अली इस फिल्म में साधु का रोल कर रहे हैं।

सेट पर कुछ देर यूनिट से जुड़े सदस्यों के साथ चर्चा करने के बाद सीधे नदी के किनारे चल गए। यहां पर अभिनेता सैफ अली खान के साथ नदी किनारे लगातार 7 घंटे तक ब्रिटिश सेना व फिल्म के अन्य दृश्य कैमरे में कैद किए गए। फिल्म के बारे में www.lendennews.com से बात करते हुए सैफ ने कहा कि फिल्म में मैं कपड़े पहनता हूं हालांकि मुझे पहनना नहीं चाहिए क्योंकि नागा का मतलब नंगा होता है।

फिल्म में मेरा कैरेक्टर एक असफल नागा साधु का है जो बदला लेना चाहता है। यह फिल्म एक ड्रामा है जो राजस्थान की पृष्ठभूमि पर आधारित है। मुझे इस रोल के लिए अपने कान भी छिदवाने पड़े जिसको लेकर पहले मैं थोड़ा चिंतित था। मेरे बाल काफी बड़े हो गए हैं। इस गर्मी में राजस्थान में शूटिंग करते वक्त मुझे काफी दिक्कत भी हुई। कभी-कभी तो बाल और मेकअप सेट करने में 40 मिनट से लेकर 2 घंटे तक लग जाते थे।

सैफ ने आगे बताया कि अभी तक 50% फिल्म का काम पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि नागा साधु का रोल उनके लिए काफी अजीब था लेकिन अब वे उनकी जिन्दगी का हिस्सा बन चुका है। सैफ ने कहा, ‘मैंने हमेशा महसूस किया है कि कोई है जो मुझे वो सबकुछ दे रहा है जो मैं डिजर्व भी नहीं करता।

अपने इस रोल के लिए भी मैं बिल्कुल ऐसा ही महसूस कर रहा हूं। यह वाकई में बहुत अच्छा अनुभव रहा। बाल और मेकअप बनाने में 2 घंटे लगते थे, मुझे यह काफी हास्यास्पद लगता था, यह वेस्टर्न फिल्मों के कैरेक्टर की तरह लगता था जो दूसरे स्पेस में चले जाते हैं। इस शूट की वजह से मुझे राजस्थान के पुराने किले देखने का मौका भी मिला।’
शाम को मुंबई के लिए रवाना हो गए।

युद्ध के दृश्यों की शूटिंग
यहां युद्ध के दृश्यों की शूटिंग होनी है। युद्ध के लिए लकड़ी के भाले व तलवारें बनाकर उन्हें कई रंगों में गया। कई घोड़े भी मंगवाए गए हैं। नदी में शूट के लिए बांस व लकड़ी एक बड़ी नाव बनाई गई है।