सीट अलॉटमेंट पर भी कॉलेज की दहलीज पर खड़े रहने को विवश भावी डॉक्टर

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-कमल सिंह यदुवंशी
कोटा । नीट काउंसलिंग में असमंजस का दौर समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। सेंट्रल काउंसलिंग पर मद्रास हाईकोर्ट की ओर से रोक लगी हुई है, किंतु राजस्थान की स्टेट काउंसलिंग भी अनिश्चितता के दौर से गुजरती दिख रही है।

कॅरिअर पॉइंट के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट देव शर्मा ने बताया कि जिन विद्यार्थियों को राजस्थान स्टेट की प्रथम काउंसलिंग से किसी कॉलेज में सीट अलॉट हो चुकी है वे सभी विद्यार्थी अभी तक असमंजस में है कि उन्हें कॉलेज में रिपोर्टिंग किस तारीख को करनी है? इंफॉर्मेशन ब्रोशर के अनुसार पहले रिपोर्टिंग 10 जुलाई से 12 जुलाई के मध्य होनी थी।

लेकिन किसी कारणवश निश्चित तौर पर यह रिपोर्टिंग नहीं हो सकी। अब आवंटित कॉलेज में रिपोर्टिंग कब होगी इस संदर्भ में किसी प्रकार की कोई जानकारी ऑफिशियल वेबसाइट पर नहीं है। ऐसे में विद्यार्थी एवं अभिभावक दोनों ही इस समय अनिश्चितता के दौर से गुजर रहे हैं। विद्यार्थियों ने बताया कि जब हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया जाता है तो नम्बर निरंतर व्यस्त आता है।

ऑफिशियल वेबसाइट पर सेकंड राउंड की काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन का दौर तो जारी है, किंतु जानकारी के अभाव में विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं।  विद्यार्थी यह भी नही जान पाया रहे है कि चॉइस फिलिंग होगी या नही। विद्यार्थियों को यह बताना आवश्यक है राजस्थान स्टेट की मेडिकल काउंसलिंग का सेकंड राउंड ऑफलाइन होता है। सेकंड राउंड ऑफलाइन होने के कारण चॉइस फिलिंग की ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध नहीं होती। 

देव शर्मा ने बताया कि जिन विद्यार्थियों ने प्रथम राउंड में रजिस्ट्रेशन करवा रखा है वह सेकंड राउंड में रजिस्ट्रेशन ना कराएं। व्यवस्थापकों से आग्रह है की ऑफिशियल वेबसाइट पर निरंतर जानकारी देते रहें ताकि विद्यार्थी एवं अभिभावक व्यथित एवं विचलित ना हो।